राजनाथ का राहुल गांधी पर तंज…..अगर उनके पास सबूतों का परमाणु बम हैं तो तुरंत परीक्षण कर लें

-सच यह है कि उनके पास कोई सबूत या प्रमाण नहीं
नई दिल्ली । केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधकर कहा कि चुनाव आयोग द्वारा वोटों की धांधली पर सबूतों का एक परमाणु बम तैयार किया है… अगर उनके पास सबूतों का परमाणु बम है, तब उन्हें उसका तुरंत परमाणु परीक्षण करना चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा कि सच यह है कि उनके पास कोई सबूत या प्रमाण नहीं है।
रक्षा मंत्रीद सिंह ने राहुल गांधी से देश की संवैधानिक संस्थाओं को अपना कर्तव्य निभाने देने की भी अपील की। राजनाथ ने कहा कि सनसनीखेज दावे करना राहुल गांधी की पुरानी आदत है। पहले भी उन्होंने इसी तरह के बयान दिए हैं।संवैधानिक संस्थाओं को अपना काम करने दें। राहुल गांधी से मेरी यही अपील है। यह कांग्रेस के स्वास्थ्य के लिए और लोकतंत्र के लिए भी अच्छा है। वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार भारत ही नहीं पूरे विश्व में लोकतंत्र की जननी है। ढाई हज़ार साल पहले जब पश्चिम के अधिकांश देश जंगलों में भटक रहे थे तब इसी बिहार में लोकतांत्रिक संस्थाएं विकसित हो रही थीं।
दरअसल राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय चुनाव प्रणाली पहले से ही मृत है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में धांधली हुई है और उनके पास इसके सबूत हैं। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें संदेह है कि 2024 के आम चुनावों में 80 से ज़्यादा लोकसभा सीटों पर धांधली हुई है। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि भारत में चुनाव प्रणाली पहले से ही मृत है। भारतीय प्रधानमंत्री बहुत कम बहुमत के साथ पद पर हैं। अगर 15 सीटों पर धांधली हुई होती, तब हमें संदेह है कि यह संख्या 70 से 80 से ज़्यादा है, वह भारत के प्रधानमंत्री नहीं होते। हम आने वाले कुछ दिनों में आपको साबित करके दिखा देने वाले हैं कि कैसे आम चुनाव में धांधली हो सकती है और हुई भी थी।
इसके पहले रक्षा मंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद जब भारतीय लोकतंत्र को आधुनिक स्वरूप प्रदान करने की प्रक्रिया आरंभ हुई तब भी ज़िम्मेदारी बिहार की धरती के लाल डा राजेंद्र प्रसाद को दी गई। संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में जो महान संविधान उन्होंने भारत को दिया है, आज देश उसका अमृत महोत्सव मना रहा है। आज बिहार के लोग बेहतर हवा में सांस ले रहे हैं। बिहार का विकास हो रहा है। यह सब एनडीए और नीतीश के सामूहिक प्रयासों की वजह से मुमकिन हुआ है।
उन्होंने कहा कि बीते दो दशकों में, एनडीए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने अभूतपूर्व काम हुआ है। पुरानी जंगलराज की छवि को बिहार ने तोड़ा है। इससे सकारात्मक बदलाव स्पष्ट रूप से दिखा है। साल 2004 से 2014 के बीच यूपीए सरकार ने बिहार को करीब 2 लाख करोड़ रुपए के आसपास दिए। जबकि साल 2014 के बाद केंद्र की एनडीए सरकार ने बीते 10 वर्षों में बिहार को 9 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि आवंटित की है। यानि चार गुना अधिक धनराशि। यह सिलसिला आज भी जारी है।