पटना । रामचरितमानस विवाद पर बिहार में सियासी घमासान मचा हुआ हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को इस पर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म को मानने वाला हो उसमें हम हस्तक्षेप नहीं करते हैं अभी डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी कह दिया है। हमारी पार्टी का मानना है कि सब लोग जिस भी धर्म का पालन करते हैं वहां धर्म का पालन करें। सभी को इज्जत मिलनी चाहिए। इसमें किसी तरह के हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। सीएम नीतीश मंगलवार को समाधान यात्रा के तहत अरवल और जहानाबाद के दौरे पर हैं। इसी दौरान मुख्यमंत्री सबसे पहले अरवल के प्रसादी इंग्लिश गांव के वार्ड संख्या 12 में पहुंचे। यहां उन्होंने सोलर स्ट्रीट लाइट योजना नल जल योजना सहित जीविका दीदियों से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश ने विकास कामों का भी जायजा लिया। इसी दौरान मुख्यमंत्री से बिहार के शिक्षा मंत्री रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान पर सवाल किया गया। बस इसी के बाद सीएम नीतीश ने जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम धर्म के मामले पर कुछ नहीं कहने वाले हैं धर्म पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। यह स्वेच्छा की चीज है। वहीं उपमुख्यमंत्री ने भी इस तरह की बात ना करने की सलाह दी है। सभी धर्म का सम्मान होना चाहिए। सभी धर्म के मानने वालों का सम्मान होना चाहिए। हमारी पार्टी का यही मत है। दरअसल बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के रामचरितमानस को नफरती ग्रंथ बताया था। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देकर कहा कि कुछ छंदों के लिए उन्होंने ये बातें कही थी।