22 जनवरी से शुरू होगी गुप्त नवरात्रि सर्वार्थसिद्धि और रवियोग में शुभ रहेगी खरीदारी

नई दिल्ली । रविवार 22 जनवरी से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है। नौ दिनों तक चलने वाले देवी आराधना के इस पर्व के बीच में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर बसंती पंचमी है। बसंती पंचमी को माता सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। लोक परंपरा के अनुसार यह शादियों के लिए अबूझ मुहूर्त होता है। इसलिए इस दिन शादियां भी होंगी। इन पर्व उत्सवों के दौरान देवगुरु बृहस्पति अपनी राशि में होंगे और शुक्र अपनी मित्र राशियों में रहेगा।
इस साल ये दोनों ही ग्रह अस्त नहीं हैं। जिससे शुभ कामों के मुहूर्त में रुकावट नहीं होगी। 22 जनवरी से माघ की गुप्त नवरात्रि शुरू होगी। खास बात यह है कि इस बार तिथियों की घट-बढ़ नहीं रहेगी। जिससे नवरात्र पूरे नौ दिनों की ही होगी। इसे अखंड नवरात्रि भी कहते हैं। पंडितों का मत है कि यह शुभ संयोग है जो मंगलकारी रहेगा।
इन योगों में की गई पूजा दान-पुण्य और खरीद-फरोख्त विशेष फलदायी व समृद्धिकारक रहेगी। साल में आने वाली दोनों गुप्त नवरात्रि अपने आप में सिद्ध होती हैं। यानी इन दिनों में किए गए काम पूजा-पाठ खरीदारी और नई शुरुआत करने से सफलता मिलती है। इन तिथियों में चंद्रमा की कलाएं बढ़ती हैं। चंद्रमा मन का स्वामी होता है। इसलिए इन नौ दिनों में पूरे उत्साह और अच्छे मन के साथ किए गए काम पूरे होते हैं।
यह ऐसा विशेष समय होता है जब गृहस्थ और साधक कम समय में अपनी इच्छा अनुसार सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
इन दिनों मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाती है। यह नवरात्र तंत्र विद्या सीखने वाले और मंत्रों की सिद्धि चाहने वालों के लिए खास होती है। इस साल गुप्त नवरात्र पूरे नौ दिन की है। यानी अखंड नवरात्रि जल्द सफलता देने वली मानी जाती है। गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि गुप्त नवरात्रि में प्रलय एवं संहार के देवी-देवता रूद्र और मां काली की भी पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि के दौरान 23 तारीख को वाहन खरीदी का विशेष मुहूर्त है। वहीं 24 25 26 27 30 जनवरी को रवियोग रहेगा। वहीं इन दिनों में 26 और 27 को सर्वार्थसिद्धि योग के साथ प्रॉपर्टी और व्हीकल खरीदारी का विशेष मुहूर्त भी रहेगा। इस तरह इन दिनों ज्वैलरी वाहन भूमि और भवन आदि की खरीद-फरोख्त करना फायदेमंद होगा।