74 वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फहराया तिरंगा

नई दिल्ली। 74 वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर समारोह की शुरुआत की। तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्रगान और प्रथागत 21 तोपों की सलामी दी गई।
कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति के आगमन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। वायु सेना अधिकारी फ्लाइट लेफ्टिनेंट कोमल रानी द्वारा कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। साथ ही राष्ट्रगान बजाया गया और राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गई।
राष्ट्रपति मुर्मू को पहले उनके निवास से राष्ट्रपति के अंगरक्षकों द्वारा उनकी खाड़ी और गहरे रंग के पर्वतों पर ले जाया गया था। राष्ट्रपति का अंगरक्षक भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजीमेंट है। इस वर्ष का गणतंत्र दिवस राष्ट्रपति के अंगरक्षक के रूप में विशेष है क्योंकि इसकी स्थापना 1773 में वाराणसी में हुई थी।
राष्ट्रपति के अंगरक्षक के कमांडेंट कर्नल अनूप तिवारी राष्ट्रपति की कार के दाहिनी ओर सवार हुए घुड़सवारों के इस विशिष्ट निकाय का नेतृत्व कर रहे थे जो उनके चार्जर ग्लोरियस पर चढ़ा हुआ था। राष्ट्रपति की कार के बाईं ओर रेजिमेंट के सेकेंड-इन-कमांड लेफ्टिनेंट कर्नल रमाकांत यादव अपने चार्जर सुल्तान पर सवार थे। यह सबसे वरिष्ठ कैवलरी रेजिमेंट है जो राष्ट्रपति के लिए माउंटेड औपचारिक कर्तव्यों का पालन करती है।
यह पहली बार था कि 21 तोपों की सलामी 105 मिमी भारतीय फील्ड गन के साथ दी गई थी। इसने पुरानी 25-पाउंडर बंदूक को बदल दिया। 871 फील्ड रेजीमेंट की सेरेमोनियल बैटरी द्वारा तोपों की सलामी दी गई। सेरेमोनियल बैटरी की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार एसएम ने संभाली थी। गन पोजिशन ऑफिसर नायब सूबेदार अनूप सिंह थे।