‘ध्रुव तारा- समय सदी से परे’ में तारा समय की बाधा को तोड़कर ध्रुव से मिलती है, क्योंकि ध्रुव उसके भाई का इलाज ढूंढने में उसकी मदद कर सकता है। तारा के साम्राज्य के भविष्य के लिये उसके भाई का स्वस्थ होना महत्वपूर्ण है।
आने वाले एपिसोड्स में दर्शक तारा की जिन्दगी में एक मोड़ देखेंगे, जब वह ध्रुव को अपनी कहानी बताने की कोशिश करेगी और अपनी कहानी पर उसका भरोसा पाने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेगी, ताकि वह महावीर की जिन्दगी बचाने में उसकी मदद करे। ध्रुव के विदेश जाने में एक महीना बचा है और तारा के पास वह सख्त कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, जो उसकी और ध्रुव की जिन्दगी को हमेशा के लिये बदल देगा। तारा ध्रुव का अपहरण करने का फैसला लेती है और उसे समय के द्वार से 17वीं सदी में ले जाने की कोशिश करती है।