दशहरा मैदान स्थित अवध लोक पर सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा – ऐसा मंदिर देश के सभी शहरों में बनना चाहिए

इन्दौर । भारत तो पहले से ही हिन्दू राष्ट्र बना हुआ है। सनातन धर्म हमारे देश में बहुत पहले से चला आ रहा है। आज पूरे विश्व में भारत जिस तेजी से उभरकर आ रहा है, उसके पीछे इस सनातन धर्म और हमारे ऋषि-मुनियों एवं देवी-देवताओं की शक्ति ही है। जैसा रामलला का मंदिर दशहरा मैदान पर बनाया गया है, वैसा भव्य राम मंदिर पूरे देश में सब जगह बनना चाहिए। यहां इतनी सुंदर यज्ञशाला देखकर मन प्रसन्न हो उठा है। धर्म और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ‘सबके राम’ जैसे अनुष्ठान बहुत सुंदर और अविस्मरणीय होते हैं। शहर के धर्मप्रिय लोगों को ऐसे दिव्य आयोजनों से जुड़कर पुण्य लाभ जरूर उठाना चाहिए।
सीहोर वाले प्रख्यात कथाकार और शिव भक्त पं. प्रदीप मिश्रा ने गुरुवार को दशहरा मैदान स्थित अवध लोक में चल रहे ‘सबके राम’ अनुष्ठान में पहुंचकर सबसे पहले यहां निर्मित रामलला के मंदिर की प्रतिकृति में राम दरबार की आरती में भाग लेकर पूजा-अर्चना की। वे लगभग एक घंटे तक दशहरा मैदान रहे। उनके आगमन पर ‘सबके राम’ लोक कल्याण समिति के संयोजक महेन्द्रसिंह चौहान एवं श्रीमती प्रवीणा अग्निहोत्री ने उनकी अगवानी की। अवध लोक के प्रवेश द्वार से ही उन पर पुष्प वर्षा का जो सिलसिला शुरु हुआ, वह पूरे समय चलता रहा। प्रवेश द्वार से रामलला के मंदिर तक का पूरा मार्ग फूलों से पटा गया था। इसी तरह मंदिर से यज्ञशाला के बीच के मार्ग पर भी भक्तों ने उन पर पुष्प वर्षा की। निर्धारित समय से बीस मिनट विलंब से आने के बावजूद वे लगभग एक घंटे तक अवध लोक में रहे। लगभग पांच हजार श्रद्धालुओं ने उनके आते ही जयघोष एवं पुष्प वर्षा से समूचे दशहरा मैदान को गुंजायमान बनाए रखा।
मंदिर में ही पत्रकारों से चर्चा करते हुए पं. मिश्रा ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत तो पहले से ही हिन्दू राष्ट्र बना हुआ है। हमारे यहां सनातन धर्म पहले से चला आ रहा है। आज पूरे विश्व में भारत की तस्वीर उभरकर सामने आ रही है तो उसके पीछे सनातन धर्म और हमारे ऋषि-मुनियों एवं देवी-देवताओं की ही शक्ति है। एक अन्य प्रश्न के जवाब में पं. मिश्रा ने कहा कि यहां दशहरा मैदान पर जैसा भव्य रामलला का मंदिर बनाया गया है, वैसा देश के सभी शहरों में बनना चाहिए। श्रीराम जन्मोत्सव के अवसर पर इतना सुंदर और अविस्मरणीय आयोजन देखकर मन प्रसन्न हो रहा है। ‘सबके राम’ जैसे आयोजन हमारी नई पीढ़ी को संस्कार और चेतना देने मे मददगार साबित होंगे। एक ही परिसर में रामलला के मंदिर और राम जानकी सर्व विजय महायज्ञ जैसे आयोजन धर्म प्रेमी नागरिकों के लिए ही किए गए हैं, इनका पुण्य लाभ लोगों को जरूर उठाना चाहिए।
पं. मिश्रा बाद में यज्ञशाला भी पहुंचे और वहां यज्ञ में आहुति समर्पित करने के बाद उन्होंने सर्व विजय यंत्र को अपने मंत्रों से अभिमंत्रित किया। लगभग 15 मिनट तक पं. मिश्रा यज्ञशाला में रहे और यज्ञाचार्य पं. माधव रामानुज शास्त्री तथा अन्य विद्वान ब्राह्मणों से भी भेंटकर उनसे यज्ञ के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। संयोजक महेन्द्रसिंह चौहान एवं प्रवीणा अग्निहोत्री ने बताया कि पं. मिश्रा द्वारा अभिमंत्रित राम जानकी सर्व विजय यंत्र उन सभी साधकों को रामनवमी पर यज्ञ की पूर्णाहुति के अवसर पर भेंट किए जाएंगे। जो लोग यज्ञ में शामिल नहीं हुए हैं, उन्हें भी ये सर्व विजय यंत्र कार्यालय पर पंजीयन के बाद मिल सकेंगे। पं. मिश्रा ने संयोजकद्वय से अवधलोक की सभी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारियां भी प्राप्त की और इस दिव्य आयोजन के लिए उन्हें बधाई एवं आशीर्वाद प्रदान किए।
संध्या को हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत राजूदास महाराज भी दशहरा मैदान पधारे, जहां उन्होंने रामलला के मंदिर में आरती में भी भाग लिया और संस्था शौर्य नमन के तत्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। महंत राजूदास महाराज के साथ झेड प्लस श्रेणी के सुरक्षाकर्मी भी साथ चल रहे थे। वे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विश्वस्त सहयोगी बंधुओं में माने जाते हैं और राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में भी बहुत कम उम्र में उन्होंने भागीदारी की है। गुरुवार को दशहरा मैदान पर अपनी सहज, सरल प्रवृत्ति के चलते वे अनुष्ठान के सभी कार्यकर्ताओं से बहुत आत्मीयता से मिले और शहर से लेकर अनुष्ठान एवं अन्य विषयों पर भी चर्चा करते रहे। संयोजकद्वय महेन्द्रसिंह चौहान एवं प्रवीणा अग्निहोत्री ने उनके आगमन पर भी उनका गरिमापूर्ण स्वागत किया।
:: आज के कार्यक्रम ::
दशहरा मैदान स्थित ‘ अवध लोक’ पर श्रीराम जानकी सर्व विजय महायज्ञ सुबह 7 से 10 बजे तक होगा। मंदिर दर्शन एवं उत्सव मेला भी सुबह 7 से रात 11 बजे तक खुला रहेगा। शाम 6 बजे राम गीत धुन एवं शाम 7 बजे राम दरबार की आरती होगी। रात 8 बजे नृत्य अकादमी की दीप्ति गंगराड़े शर्मा द्वारा राम स्तुति एवं संतोष अग्निहोत्री द्वारा श्रीराम धुन की प्रस्तुति दी जाएगी। शनिवार 25 मार्च को डॉ. नेहा कोकरे एवं पूजा पटवर्धन द्वारा कत्थक नृत्य की प्रस्तुति का कार्यक्रम रात 8 बजे से होगा।