नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार ने सेब के इंपोर्ट को लेकर बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार ने 50 रुपए प्रति किलो से कम कीमत वाले सेब के इंपोर्ट पर बैन लगाने का फैसला किया है। मोदी सरकार ने इस बारे में फैसला लिया, जिसका लाभ सेब किसानों को मिलेगा। इस फैसले का लाभ कश्मीर के किसानों को मिलेगा। ये किसान लंबे वक्त से सेब पर बैन लगाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि बाहर से सेब मंगाने की वजह से घरेलू दाम प्रभावित होते हैं, जिसका नुकसान उन्हें होता है। अब सरकार ने इस दिशा में बड़ा फैसला लिया है। हालांकि इससे भूटान को अलग रखा गया है, यानी भूटान से आयात होने वाले सेब पर इस पाबंदी का असर नहीं होगा।
डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड ने कहा कि 50 रुपए से कम की कीमत वाले सेबों के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है। इसमें कॉस्ट, बीमा, ट्रैवल खर्च शामिल है। अगर आंकड़ों पर गौर करें तब वित्तीय वर्ष साल 2022-23 में अप्रैल से फरवरी के 296 मिलियन डॉलर सेब का आयात किया गया था, तब वहीं साल 2021-22 भारत ने 385 मिलियन डॉलर सेब आयात किया था।
भारत अलग-अलग देशों से सेब आयात करता है। इसमें अमेरिका, ईरान, ब्राजील, यूनाइडेट अरब अमीरात, अफगानिस्तान, फ्रांस, बेल्जियम, चिली, इटली, तुर्की के अलावा न्यूजीलैंड, अफ्रीका और पोलैंड जैसे देश शामिल हैं। सेब को लेकर आयात की शर्तों के बाद इन देशों से सेबों के आयात पर प्रभाव पड़ेगा। सरकार के इस फैसले से किसानों के चेहरे खिल गए है। कश्मीर के सेब किसानों में खुशी है। कश्मीर के सेब किसानों की मांग की थी कि सरकार ईरानी सेब के आयात पर प्रतिबंध लगाए।