दुर्गा नगर भागवत कथा में दूसरे दिन भी उमड़ा भक्तों का सैलाब

इन्दौर। जिस प्रकार जंग लगे लोहे पर पेंट की पुताई होने से वह चमक जाता है उसी प्रकार मन पर चढ़े जंग को भक्ति रूपी पेंट से ही चमकाया जा सकता है। संसार में हर कार्य भगवान की मर्जी से ही होता है लेकिन मनुष्य हर कार्य का श्रेय स्वयं लेना चाहता है। यही उसकी सबसे बड़ी गलत फहमी है। संसार के लोग क्या कर रहे हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि हम क्या कर रहे हैं यह जानना महत्वपूर्ण होता है। यही ज्ञान राजा परीक्षित को सुकदेव जी ने दिया।
उक्त बात पालदा पवनपुरी स्थित दुर्गा नगर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दुसरे दिन वृंदावन के कथावाचक पंडि़त कृष्णकांत शास्त्री ने सभी भक्तों को कथा का रसपान करवाते हुए कही। उन्होंने आगे कथा में सभी को कहा कि भागवत कथा कोई व्याख्यान नहीं है यह स्वयं परमात्मा के मुख से कही वाणी है जिसमें हमारे जीवन के सभी संशयों का समाधान निहित है। कथा शुभारंभ से पूर्व व्यासपीठ का पूजन पार्षद मनीष-सपना शर्मा (मामा) एवं भक्तों द्वारा किया गया। कथा के दुसरे दिन कथा पांडाल में हजारों की संख्या में उपस्थित होकर मातृशक्तियों ने कथा का श्रवण किया। भजन गायकों ने अपने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति से समूचे पांडाल व क्षेत्र को धर्ममय बना दिया। रविवार को भागवत कथा में सांसद शंकर लालवानी, रानू नेत्रतम, आशीष शर्मा, पार्षद राजू भदौरिया, चिंटू चौकसे, कालू प्रजापत, गौरव चौकसे, विजय भाई, विशाल पाल, सपना शर्मा, रेखा बौरासी, देविका कौशल, सकूल भावेल, मयंक शर्मा, महेश पालीवाल, मंजू मालवीय, ललित यादव, राजू शर्मा, सचिन बोड़ाना, नीतिन आण्या, राजू बौरासी, मुन्ना पेरोलिया, प्रदीप कौशल कप्तान, परी शर्मा सहित हजारों की संख्या में मातृशक्तियां उपस्थित थी।
:: वातानुकूलित पांडाल में कथा श्रवण कर रहे श्रद्धालु ::
श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव समिति आयोजक एमआईसी सदस्य एवं पार्षद मनीष शर्मा (मामा) ने बताया कि भागवत कथा पांडाल में भक्तों को उमस व भीषण गर्मी से बचाने के लिए वाटर कूलर भी लगाए गए हैं। जिससे पांडाल वातानुकूलित है साथ ही भक्तों शीतल पेय पदार्थ व आरओ के ठंडे जल की व्यवस्था भी पांडाल में की गई। प्रतिदिन भक्तों को महाप्रसादी भी कथा समापन के पश्चात बांटी जा रही है।
:: 19 मई तक भक्त कर सकेंगे कथा का रसपान ::
मनीष ने बताया कि पालदा पवनपुरी स्थित दुर्गा नगर मैदान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा 19 मई तक दोपहर 3 से 6 बजे तक आयोजित की जाएगी। भागवत कथा में प्रसंगानुसार कलाकारों द्वारा जीवंत चरित्र-चित्रण की प्रस्तुति भी दी जा रही है। रविवार को भागवत कथा में कपिल उपदेव व ध्रुव चरित्र प्रसंग पर कथावाचक ने भक्तों को कथा का रसपान कराया। 19 को पूर्णाहुति के साथ ही विशाल भंडारा का आयोजन किया जाएगा। जिसके पश्चात कथा का समापन होगा।