झाबुआ जिले के ग्रामीण अंचलों में नेत्र संक्रमण (कंजेक्टिवाइटिस) या आई फ्ल्यु तेजी से अपने पांव पसार रहा है। जिले के विभिन्न शासकीय अस्पतालों के साथ ही निजी चिकित्सालयों में भी बड़ी संख्या में कंजेक्टिवाइटिस से प्रभावित मरीज पहुंच रहे हैं। जिले में विभिन्न स्थानों पर लगने वाले हाट-बाजारों के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण जन इन हाट बाजारों में पहुंचते हैं, ऐसी स्थिति में कंजेक्टिवाइटिस के व्यापक स्तर पर फैलने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा हालांकि रोग से बचाव के लिए एडवायजरी जारी की गई है, किंतु ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासियों में जागरूकता हेतु यह पर्याप्त नहीं नजर आता। ऐसी स्थिति में आवश्यकता इस बात की है कि जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाट बाजार सहित ग्रामीण इलाकों में बड़े स्तर पर मौखिक रूप से जन जागरूकता के लिए प्रयास किए जाने चाहिए।
आंखों की इस संक्रमण ओर इसकी रोकथाम को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवायजरी जारी की गई है, किंतु जिले के ग्रामीण इलाकों में अभी भी इस रोग को लेकर जागरूकता का अभाव बना हुआ है। प्रभावित लोगों के अनुसार इस वर्ष फैल रही आंखों की इस बीमारी में जहां तकलीफ अधिक हो रही है, वहीं उपचार किए जाने के बावजूद स्वस्थ्य होने में अधिक समय लग रहा है। ऐसे में कुछ सावधानियां बरती जाए तो इस संक्रमण से बचा जा सकता है।
संक्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवायजरी जारी की गई है, जो कि निम्न है-
आंखों को छूने से पहले हाथ आवश्यक रूप से धोएं।
स्विमिंग पूल तालाबों के प्रयोग से बचे।
यदि कोई व्यक्ति कांटेक्स लेंस पहनता है तो उसे बंद करें और अपने नेत्र चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही फिर इसे पहनना शुरू करें।
आँखों के सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग न करें, ओर साफ हाथों से अपनी आंखों के आस-पास किसी भी तरह के स्त्राव को दिन में कई बार साफ गीले कपड़े से धोयें एवं उपयोग किये गये कपड़े को गर्म पानी से धोएं।
संक्रमित व्यक्ति अपना टॉवल, तकिया, आई ड्रॉप आदि उपयोग की गई वस्तुएं घर के अन्य सदस्यों से अलग रखें, इसके साथ ही यदि आँखों में लालिमा हो तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र से परामर्श लें, डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी ड्रॉप का उपयोग न करें।