इन्दौर । शहर के पश्चिमी क्षेत्र स्थित रणजीत हनुमान मंदिर परिसर में आज से हरिहर उपासना महापर्व का शुभारंभ सुबह शिव रूद्राभिषेक, रूद्रिका पाठ, शहर की भजन मंडलियों के सम्मान एवं संध्या को प्रख्यात भजन गायक बृजवासी बंधुओं की भजन संध्या के साथ हुआ। आज पहले दिन ही मंदिर परिसर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। महापर्व में रविवार 30 जुलाई को सुबह 10 बजे से शिव रूद्राभिषेक के साथ परिसर में प्रख्यात कलाकारों द्वारा निर्मित द्वादश ज्योतिर्लिंग के एक साथ दर्शन हो सकेंगे। सोमवार, 31 जुलाई को अभिमंत्रित रूद्राक्ष का वितरण किया जाएगा।
संस्था अखंड भारत के प्रमुख गंगा पांडेय एवं श्रीमती गरिमा पांडेय ने आज शिव रूद्राभिषेक और रूद्रिका पाठ में शामिल होकर काशी विश्वनाथ से आए विद्वान पंडितों के निर्देशन में इस महापर्व का शुभारंभ किया। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में सुंदर और व्यवस्थित डोम बनाया गया है। पहले दिन शहर की लगभग 40 भजन मंडलियों से जुड़े गायकों और अन्य कलाकारों को मंच पर आमंत्रित कर उनका सम्मान भी किया गया। मातृ शक्तियों को इस मौके पर साड़ियां एवं अन्य उपहार भी भेंट किए गए। सुबह से देर शाम तक इस आयोजन में पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई। संध्या को वृंदावन से आए हेमंत और चुन्ना बृजवासी बंधुओं ने अपनी भजन संध्या का ऐसा रंग जमाया कि क्या छोटे, क्या बड़े और क्या बूढ़े – हर कोई नाच उठा। बृजवासी बंधु टीवी पर आने वाले चर्चित संगीत कार्यक्रम में भी विजेता रह चुके हैं। उन्होंने सबसे पहले रणजीत हनुमान के दरबार में मत्था टेका। भजन संध्या में शहर के अनेक पार्षद एवं अन्य जन प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। भजन संध्या में भी समूचा मंदिर परिसर भक्तों से खचाखच भरा रहा।
आयोजन समिति के नीतेश सिंह चौहान एवं नीलाभ सुगंधी ने बताया कि 1 अगस्त को मंदिर परिसर में हजारों की संख्या में राम भक्त आकर राम नाम लेखन का विश्व कीर्तिमान स्थापित करेंगे। राम भक्तों को राम नाम लिखने के लिए पुस्तिका पहले ही दी जा चुकी है, और उन्हें भरकर वापस मंदिर में जमा करने का सिलसिला भी आज से शुरू हो गया है। अब मंगलवार, 1 अगस्त सभी राम भक्त अपनी पुस्तिका के अंतिम पृष्ठ पर राम नाम का लेखन रणजीत हनुमान की साक्षी में करेंगे। इस अवसर पर हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ भी होगा। द्वादश ज्योतिर्लिंग की झांकियां 1 अगस्त तक यहां प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक निःशुल्क दर्शनार्थ उपलब्ध रहेंगी। आज पहले दिन दर्शकों और भक्तों के उत्साह को देखते हुए यहां निर्मित वाटर प्रूफ डोम का आकार बढ़ाने की जरूरत पड़ सकती है। मंदिर परिसर पर सुबह से देर रात तक भक्तों का मेला जुटा हुआ है।
:: आज होगा रूद्राक्ष का वितरण ::
संस्था अखंड भारत अध्यक्ष गंगा पाण्डे ने बताया कि रविवार 30 जुलाई को सुबह 10 बजे भक्तों द्वारा रूद्राभिषेक किया जाएगा। सोमवार 31 जुलाई को दोपहर 1 बजे से अभिमंत्रित सिद्ध रूद्राक्ष का वितरण साधु-संतों के सान्निध्य में होगा।
उमेश/पीएम/29 जुलाई 2023