बच्चे सीख रहे महिला व समाज की सुरक्षा के गुर, ताकि बन सकेंगे समाज का सुरक्षा कवच
भोपाल । छोला मंदिर क्षेत्र में विगत 2 सप्ताह से भोपाल पुलिस कमिश्नरेट ने मैं हूँ अभियान प्रारम्भ किया हैं, जिसमें 150 बालको ने जो कि 10 वर्ष से 18 वर्ष की आयु श्रेणी के हैं, उन्हें समाज में बेहतर सुरक्षा का वातावरण निर्मित करने के लिए, नशे से दूर रहने के लिए तथा समाज में महिलाओ की सुरक्षा व सम्मान करने और अच्छा जिम्मेदार नागरिक बनने हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है!
सृजन कार्यक्रम सम्मेलन के अवसर पर पुलिसआयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि सृजन में सम्मिलित सभी बालक अपने मोहल्लों, बस्तियों व समाज का सुरक्षा कवच बनेंगे। बच्चों में जिस प्रकार से जागरुकता आई है एवं उत्साहित हैं, इससे वे अपने अच्छे भविष्य के निर्माण मे सफल होंगे एवं महिला सुरक्षा एवं समाज सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे! उल्लेखनीय है इन बालको को आरंभ संस्थान के साथ मिलकर भोपाल कमिश्नरेट के प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है कानून के बारे मे जानकारी दी जा रही है, साइबर क्राइम तथा ट्रैफ़िक नियमों की जानकारी दी जा रही है, जिससे एक अच्छे नागरिक की समझ विकसित करना विशेष रूप से इस प्रशिक्षण का उद्देश्य रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में समाज में चेतना लाकर के बाल्को को तथा युवाओ को समाज की सुरक्षा करना तथा घरेलू हिंसा से मुक्त रखने के लिए प्रेरणा देना प्रमुख उद्देश्य था। सामुदायिक पुलिसिंग की य़ह एक अनूठी योजना है, जो भोपाल पुलिस द्वारा प्रभावी रूप से संचालित की जा रही है।