अ.भा. क्षत्रिय महासभा का राष्ट्रीय अध‍िवेशन इन्दौर में 2 व 3 सितम्बर को

:: देश के 15 राज्यों के 200 प्रतिनिधि शामिल होंगे ::
:: अनेक पूर्व रियासतों के राजे-महाराजे एवं सांसद, पूर्व सांसद भी आएंगे ::
:: अनेक ज्वलंत मुद्दों पर होगा मंथन ::
इन्दौर । शहर में पहली बार 2 एवं 3 सितम्बर को माणिकबाग रोड स्थित मथुरा महल पर हो रहे अ.भा. क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में 15 राज्यों के लगभग 200 प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनमें देश की अनेक पूर्व रियासतों के राजे-महाराजे, राजकुमार एवं सांसद तथा पूर्व सांसद भी हैं। अधिवेशन की तैयारियों को लेकर महासभा की संभागीय, जिला एवं तहसील स्तर के पदाधिकारियों की बैठक आज मथुरा महल पर संपन्न हुई, जिसमें अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। यह भी तय किया गया कि इन्दौर आने वाले सभी प्रतिनिधि 2 सितम्बर को पहले महूनाका चौराहा स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर और उसके बाद अहिल्या प्रतिमा पहुंचकर माल्यार्पण करने के बाद राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में शामिल होंगे।
महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठा. विजयसिंह परिहार, राजेन्द्रसिंह सोलंकी, भीमसिंह ठाकुर, महामंत्री अनिलसिंह चंदेल एवं प्रदेशाध्यक्ष रामवीरसिंह सिकरवार तथा युवा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्रसिंह राजपूत ने बताया कि बैठक में अधिवेशन और उसके पूर्व होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार 2 सितम्बर को सुबह देशभर से आने वाले प्रतिनिधि पहले जुलूस के रूप में ढोल- नगाड़ों और शहनाईयो की सुर लहरियों के बीच माणिकबाग रोड स्थित मथुरा महल से महूनाका चौराहा पहुंचेंगे और महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद यह जुलूस राजबाड़ा पहुंचकर देवी अहिल्या की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण करेगा और राजबाड़ा का अवलोकन भी करेगा। तदपश्चात सभी प्रतिनिधि मथुरा महल आकर राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में शामिल होंगे। इसका शुभारंभ राजपूत समाज के शौर्य के प्रतीक ध्वज वंदन के साथ होगा। कार्यकारिणी द्वारा विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
:: अनेक पूर्व राजा-महाराजा आएंगे ::
अगले दिन रविवार 3 सितम्बर को सुबह 10 बजे मध्यप्रदेश इकाई का प्रांतीय सम्मेलन प्रारंभ होगा। सिरोही के पूर्व शासक पद्मश्री महाराव रघुवीरसिंह के मुख्य आतिथ्य एवं महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. महेन्द्रसिंह तंवर की अध्यक्षता में होने वाले इस सम्मेलन में बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहनसिंह, जशपुर के पूर्व सांसद महाराजा रणविजयसिंह जूदेव, नरसिंहगढ़ के विधायक राज्यवर्धनसिंह, डूंगरपुर के पूर्व महाराजा नरेन्द्रसिंह डूंगरपुर (मथुरा) एवं अवागढ़ के युवराज अम्बरीश पाल सिंह के विशेष आतिथ्य में विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-मंथन होगा। आज हुई बैठक में ठा. विजयसिंह परिहार, रामवीरसिंह सिकरवार, महिला प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती अंजना राजावत, नरेन्द्रसिंह राजपूत, मुकेशसिंह गौतम, गोविंदसिंह परिहार, सुनीलसिंह परिहार, अशुतोषसिंह शेखावत, दुलेसिंह राठौर, दीपेन्द्रसिंह सोलंकी, तुलसीराम रघुवंशी, राजबहादुरसिंह कुशवाह, दिलीपसिंह पंवार, पप्पू ठाकुर सहित संभाग, जिला एवं तहसील स्तर के पदाधिकारी उपस्थित थे, जिन्होंने शहर की परंपरा एवं गरिमा के अनुरूप देशभर से आने वाले प्रतिनिधियों के स्वागत का निर्णय लिया। सभी प्रतिनिधियों का मथुरा महल पहुंचने पर राजपूती परिधान में महिलाएं स्वागत करेंगी। अधिवेशन की दिव्यता को देखते हुए करीब 12 समितियां गठित की गई हैं।