इन्दौर का नेहरू स्टेडियम फ‍िर आएगा चुनाव के काम..!

:: खेल गतिविधियां होगी प्रभावित ::
इन्दौर । जिस नेहरू स्टेडियम ने कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बीते 60 सालों में दिए, उसे नगर निगम ने उसके हाल पर छोड़ रखा है। उसका रंग-रोगन भी तभी होता है, जब चुनाव आते है। कई महीनों तक वोटिंग मशीनें हॉल में पड़ी रहती है और खेल गतिविधियां प्रभावित रहती है। अब दो माह बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है, लिहाजा फ‍िर स्टेडियम चुनाव के काम आयेगा और फ‍िर खेल गतिव‍िध‍ियॉं प्रभावित होंगी।
मंगलवार को निगम कमिश्नर ने जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग व निगम के विभागीय अध‍िकारियों के साथ नेहरू स्टेडियम का निरीक्षण किया। निर्वाचन सामग्री वितरण की व्यवस्था, स्ट्रॉंग रूम व मतगणना की व्यवस्थाओं के बारे में बात हुई। इस दौरान नेहरू स्टेडियम की दुर्दशा भी अध‍िकारियों को नज़र आयी और उन्होने तत्काल स्टेडियम भवन, स्ट्रक्चर, कमरों व हॉल में आवश्यक सुधार, मरम्मत और रंग-रोगन कराने के निर्देश दिये। साथ ही स्टेडियम के अंदर-बाहर, शौचालय व फर्श आदि की नियमित साफ-सफाई के निर्देश दिये। निर्वाचन के दौरान स्टेडियम व आस-पास के पार्किंग स्थलों की भी जानकारी ली गई।
म.प्र. ओलंपिक एसोसिएशन से जुड़े एक पदाध‍िकारी का कहना है कि देश में इन्दौर का स्टेडियम ही है जिसका उपयोग निर्वाचन-मतगणना के लिए होता है। दूसरे शहरों में कही भी स्टेडियम का उपयोग दूसरे कामों के लिए नहीं होता है। इसे लेकर शहर के खेल संगठनों ने याचिका भी लगाई थी, लेकिन कोर्ट के आदेश का पालन भी ठीक से नहीं हो पाता है; क्योंकि निर्वाचन कार्य के अलावा भी इन्दौर गौरव दिवस जैसे अनेक सरकारी कार्यक्रम समय-समय पर यहां होते रहते है।
नेहरू स्टेडियम का निर्माण 1963 में हुआ था। यहां 15 से ज्यादा खेल संगठनों के कार्यालय है। निगम उनसे किराया भी वसूलता है, लेकिन स्टेडियम के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जाता है। न मैदान को खेलने लायक बनाया जाता है और न ही बिल्डिंग का रखरखाव होता है। सिर्फ चुनाव के मौसम में इसकी दुर्दशा नज़र आती है और कुछ हद तक उसकी मरम्मत व रंगाई-पुताई कर दी जाती है।
ज्ञात हो कि गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री ने नेहरू स्टेडियम को अंतरर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने की घोषणा की थी, लेकिन प्रशासनिक निष्क्र‍ियता से अब तक उसे नई उम्र देने के लिए ईमानदार कोशिशें नहीं की गई। न ही निर्वाचन के लिए स्टेडियम के अलावा अन्य कोई वैकल्प‍िक स्थान के बारे में विचार किया गया।