जयपुर । पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया दिल्ली में डेरा डाला है। वह मुख्यमंत्री पद को लेकर केंद्रीय हाई कमान के सामने अड़ी हुई है। इसी बीच राजस्थान के विवाद की कमान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल ली है। उन्होंने राजस्थान से एक गोपनीय रिपोर्ट मंगाई, जिसमें 45 विधायकों की बाड़ेबंदी की की जानकारी सामने आई है। जो 45 विधायक रिसोर्ट में है। उनके नाम सहित सूची दिल्ली दरबार पर पहुंच गई है। इसके बाद वसुंधरा राजे सिंधिया की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। गुरुवार को विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने अपने पुत्र को बंदी बनाकर रखने का आरोप लगाया है। ऐसी स्थिति में आपराधिक मामला भी दर्ज किया जा सकता है।
मौजूदा स्थिति में राजस्थान में टकराव की स्थिति बन गई है। चुनाव परिणाम के बाद से ही निर्वाचित विधायक वसुंधरा राजे की संपर्क में थे। वसुंधरा राजे के पुत्र बागी विधायकों को रिसोर्ट में रखे हुए हैं। इन सभी ने वसुंधरा राजे सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है।
-देर शाम पहुंचें पर्यवेक्षक
गुरुवार की देर शाम को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया से मुलाकात की थी लेकिन इस बातचीत के कोई परिणाम नहीं निकले। उनके साथ उनके पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह भी थे। यह मुलाकात लगभग एक घंटा 20 मिनट चली थी। इस मुलाकात के बाद वसुंधरा राजे सिंधिया ने मीडिया से कोई बात नहीं की। रविवार की शाम को पर्यवेक्षक जयपुर पहुंच गए हैं। विधायक दल की बैठक अब 12 तारीख को बुलाई गई है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए हैं। गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कमान संभाल ली है। माना जा रहा है कि आर-पार की लड़ाई मे दोनों ही पक्ष आमने-सामने आकर लड़ रहे हैं। केंद्रीय हाई कमान ने यदि वसुंधरा राजे सिंधिया की बात नहीं मानी, तो वसुंधरा राजे सिंधिया नई पार्टी भी बना सकती हैं।
-मिल सकता है, कांग्रेस का समर्थन
राजस्थान में यह भी चर्चा है कि यदि वसुंधरा राजे सिंधिया 45 विधायकों के साथ अपना अलग गुट बना लेती हैं, ऐसी स्थिति में कांग्रेस भी बाहर से समर्थन देकर वसुंधरा राजे सिंधिया की सरकार बनाने में मदद कर सकती है। इस स्थिति को देखते हुए, भाजपा भी सकते मैं है। राजस्थान का मामला गले में फांस की तरह अटक गया है। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी एक ऐसे चक्रव्यूह में फस गई है जिससे बाहर निकल पाने के लिए अपने सारे योद्धाओं को राजस्थान के मैदान में उतार दिया है।