इन्दौर हाईलिंक प्रिमियम कॉरिडोर नेनोद एकदंत एवेन्यू मल्टी के पीछे फिर दिखाई दिए तेंदुए से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया है। यहां तेंदुआ सुबह 7:00 बजे दिखा जिसका एक रहवासी ने विडियो भी बनाया।
दस दिन पहले सुपर काॅरिडोर स्थित आईटी कंपनी टीसीएस परिसर में दिखाई दिए तेंदुए ने जहां क्षेत्रीय रहवासियों को दहशत में डाल इलाके में सनसनी फैला दी थी। सूचना पर हरकत में आई वनविभाग की रेस्क्यू और सर्चिंग टीम तभी से लगातार उसको पकड़ने के जतन कर रही परन्तु सफलता नहीं मिल पाई है। जबकि पहली बार उसकी उपस्थिति के प्रमाण के बाद दूसरी बार वन विभाग की सर्चिंग टीम को वयस्क तेंदुए के साथ दो शावक तेंदुए के भी पग मार्क मिले थे। जिसके चलते वन विभाग ने यह शंका जताई थी कि क्षेत्र में माथ तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ है। लगातार सर्चिंग में लगे वन विभाग को तो तेंदुए की झलक नहीं मिली परन्तु सुपर कारिडोर इलाके के गांधीनगर के रहवासियों को आज सुबह फिर तेंदुआ दिख गया क्षेत्र के एक रहवासी ने उसका विडियो भी बना लिया जो कि अब सोशल साइट्स पर वायरल हो रहा है। रहवासी ने यह विडियो वन विभाग को भी लाइव लोकेशन सहित भेजा है। हालांकि आज सुबह के पहले कल रात भी इंदौर के ही नैनोद (सुपर कॉरिडोर के पास) में करीब 8 से 9 बजे के बीच तेंदुए और उसका शावक ग्रामीणों को नजदीक की कॉलोनियों में घूमते दिखा था। इलाके में स्थित प्रेमराज मैरिज गार्डन के पास तेंदुए को शावकों के साथ देखा गया था। इसके बाद ब्रह्मा सिटी में भी उसके होने की बात सामने आई हालांकि इसके पहले भी मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात तेंदुए ने नैनोद में एक बछड़े पर हमला भी किया। तेंदुए तथा शावक को अलग-अलग समर्थ ग्रीन कॉलोनी में भी रहवासियों ने घूमते देखा था।
नैनोद में तो मंगलवार देर रात समर्थ ग्रीन कॉलोनी के पास खेत बछड़े पर तेंदुए ने हमला किया था। देर रात की घटना होने से कुत्तों के भौंकने के बाद तेंदुआ वहां से भाग गया था। हादसे की जानकारी मिलने के बाद बुधवार सुबह वन विभाग को सूचना दी गई थी। वन विभाग की टीम ने कहा था कि टीम लगातार तेंदुए की खोज में जुटी है। कॉलोनी में भी स्टाफ तैनात है। लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। रेस्क्यू प्रभारी रेंजर योगेश यादव के अनुसार अब तेंदुए की तलाश के लिए विभाग ने ड्रोन, नाइट विजन कैमरे लगा दिए हैं। कैंपस में पिंजरा भी लगा रखा है, लेकिन इनमें से किसी में न दिखाई दे रहा और न ही कैद हो रहा। रेंजर योगेश यादव का कहना है कि कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे में जो फुटेज मिले हैं उसके आधार पर सुबह से सर्चिंग की जा रही है। चूंकि कॉलोनी में सीमेंट की सड़क बनी हुई है, हवा भी तेज चल रही है इस कारण आज उसके पंजों के निशान नहीं मिले। इससे अंदाजा नहीं लग पा रहा है कि वह किस दिशा में गया है। हालांकि वन विभाग की टीमें सतत प्रयास कर रही है।