इन्दौर रात करीब साढ़े दस बजे के आसपास शहर के दक्षिण पश्चिम और सबसे सुरक्षित माने वाले कैट एरिया में हैंड ग्रेनेड बम मिलने की सूचना के साथ पुलिस और प्रशासनिक विभागों में जहां हड़कंप मच गया वहीं सोशल साइट्स पर आधी अधूरी जानकारी के साथ ब्रेकिंग न्यूज चलने से शहरवासियों में सनसनी फ़ैल गई। तत्काल मौके पर बम निरोधक दस्ता पहुंचा। बताया गया कि ग्रेनेड की सेफ्टी पिन भी निकली हुई मिली और बम को निष्क्रिय करने के लिए सेना से मदद मांगी गई। हैंड ग्रेनेड राजा रामन्ना प्रौद्योगिकी केंद्र से करीब 300 मीटर की दूरी पर द्वारकापुरी क्षेत्र में चित्रकुट नगर के मैदान में सर्वप्रथम एक रहवासी ने देखा उसने अन्य रहवासियों के साथ इसकी सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही तुरंत पहुंची पुलिस ने सबसे पहले बम को कवर करते और पूरा इलाका आने जाने वाले रास्तों सहित सील करवाय। ग्रेनेड की सेफ्टी पिन भी निकली हुई थी जिसके चलते पुलिस ने यह एहतियाती कदम उठाए । पुलिस को आशंका है कि बम सैन्य ट्रैनिंग सेंटर का हो सकता है। लेकिन बम खाली मैदान तक कैसे पहुंचा पुलिस इसकी जांच कर रही है। जिसके चलते मैदान के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेंज भी खंगाले जा रहे है और इलाके में सर्चिंग कराते क्षेत्र के अटाला और भंगार बेचने वालों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। बता दें कि समीपस्थ महू में सैन्य ट्रेनिंग सेंटर हैं जहां अभ्यास के दौरान हथियारों का इस्तेमाल होता है जिसके चलते आसपास के गांवों और इलाके में अक्सर बमों के खाली खोल गिरे मिलते है। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि कही सैन्य ट्रेनिंग में इस्तेमाल किया गया बम किसी को कहीं मिला और वो खाली मैदान में फेंक गया। बम निरोधक दस्ते के मुताबिक, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बम सैन्य ट्रेनिंग सेंटर का है। लेकिन यह यहां कैसे पहुंचा पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है इसके हल के साथ ही बम से संबंधित पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी हालांकि अभी तक बम असली है, या नकली इसकी पुष्टि भी नहीं हुई है। मामले में सेना से भी मदद मांगी गई है।