अमेरिका को भारत का नम्बर 1 व्यापारिक भागीदार होने पर गर्व : अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी –

:: दोनों देशों के बीच इस साल टूट सकता है 200 अरब डॉलर द्विपक्षीय कारोबार का रिकॉर्ड ::
इन्दौर । अमेरिका को भारत का नम्बर 1 व्यापारिक भागीदार होने पर गर्व है और पिछले साल दोनों देशों के बीच करीब 200 अरब डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार हुआ था। यह कारोबारी रिकॉर्ड इस साल टूट सकता है।
यह कहना है भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी का, गुरूवार को इन्दौर में पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा कर रहे थे। उन्होने कहा कि रक्षा और कृषि के साथ ही उभरती तकनीकों के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़ाए जाने के खासे अवसर हैं। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस साल हम (भारत और अमेरिका के बीच) 200 अरब डॉलर के द्विपक्षीय कारोबार का (पिछला) रिकॉर्ड तोड़ देंगे।
गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन जब देश के उप राष्ट्रपति थे, तो उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि भारत और अमेरिका के बीच के कारोबार को बढ़ाकर 500 अरब डॉलर पर पहुंचाया जाना चाहिए। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि द्विपक्षीय कारोबार को इस स्तर पर पहुंचाने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। गार्सेटी ने कहा कि रक्षा, कृषि, अंतरिक्ष, जलवायु, ऊर्जा और स्वास्थ्य के साथ ही सेमीकंडक्टर, दूरसंचार, कृत्रिम मेधा (एआई) और क्वांटम कंप्यूटिंग सरीखी उभरती अहम तकनीकों के क्षेत्र में अमेरिका और भारत के बीच कारोबार बढ़ाए जाने के खासे अवसर हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन तकनीकें, खासकर बिजली से चलने वाले वाहन द्विपक्षीय कारोबार में वृद्धि का संभवत: सबसे बड़ा क्षेत्र साबित हो सकते हैं। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि हम भारत को बिजली से चलने वाले वाहनों का अपेक्षाकृत बड़ी तादाद में विनिर्माण करते देखना चाहते हैं। भारत इन वाहनों का अमेरिका को निर्यात कर सकता है।
:: महापौर और निगम कमिश्नर से की मुलाकत ::
अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर इन्दौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम कमिश्नर हर्ष‍िका सिंह से मुलाकात की और शहर में महिलाओं के लिए महिला चालकों की चलाई जाने वाली पिंक बसों के बारे में जानकारी ली। अमेरिकी राजदूत ने पिंक बस में बैठकर न केवल सफर किया, बल्कि महिला वाहन चालक से संवाद भी किया गया। उन्होंने इन इलेक्ट्रीक बसों की महिला चालकों से सीधा संवाद करके उनके अनुभव भी जाने। इस मौके पर अमेरिकी राजदूत ने कहा कि पिंक बसों की महिला चालक सभी लोगों को प्रेरणा देती हैं। उन्होंने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि अगर महिलाएं खुद को सुरक्षित और सशक्त महसूस नहीं करती हैं, तो दुनिया का कोई भी मुल्क या शहर कामयाब नहीं हो सकता। उन्होने पिंक बस की महिला वाहन चालकों के साहस व आत्मनिर्भता की प्रशंसा करते हुए वाहन चालक-परिचालकों को केप और जैकेट देकर सम्मानित भी किया।