नई दिल्ली । मशहूर गीतकार जावेद अख्तर का कहना है कि वह यूनिफॉर्म सिविल कोड के पक्षधर हैं। साथ ही असल जिंदगी में इसे फॉलो भी करते हैं। जावेद बोले कि कई लोग मुस्लिमों से द्वेष के चलते यूसीसी को लाना चाहते हैं, यह ठीक नहीं। यह बातें उन्होंने एक रीसेंट पॉडकास्ट के दौरान कहीं। इस बातचीत में वह सड़क पर नमाज पढ़ने वालों पर भी बोले।
यूनिफॉर्म सिविल कोड पर जावेद बोले यह सिर्फ मुस्लिमों की आलोचना के लिए नहीं होना चाहिए। उन्हें यह नियम गलत नहीं लगता। सेंटर की तरफ से चर्चा करके यह समान रूप से लागू होना चाहिए। जावेद ने कहा कि वह खुद इसका पालन करते हैं। हालांकि अगर कोई सिर्फ इसलिए यूनिफॉर्म सिविल कोड लाना चाहता है कि मुस्लिम बहुविवाह ना कर सकें तो यह गलत है। जावेद हंसकर बोले, लोग जलते हैं कि मुस्लिमों को 4 बीवियां रखने का हक है। उन्हें कुछ और गलत नहीं लगता। क्या यही वजह है यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की? अगर आपको भी यह हक दिया जाएगा तब दिक्कत नहीं होगी। जावेद बोले, इलीगल तरीके से हिंदू ऐसा कर ही रहे हैं। आंकड़े कहते हैं कि हिंदू में दो शादियां ज्यादा हैं। जावेद ने बताया कि वह सभी के लिए बराबर कानून और हक के पक्षधर हैं। वह अपनी जिंदगी में इसे जी भी रहे हैं। जावेद ने बताया कि अपनी बेटी को भी बेटे के बराबर हिस्सा देंगे। उन्होंने लोगों से सवाल किया कि क्या अपने अपनी बेटी को जायदाद में हिस्सा दिया? अगर नहीं तो चुप रहिए।बीते दिनों सड़क पर नमाज पढ़ने वालों को एक पुलिस ने लात मारकर हटाया था। यह वीडियो काफी वायरल हुआ और मुद्दे पर सोशल मीडिया पर बहस भी छिड़ी। जब जावेद से इस पर रिएक्शन मांगा गया तो उन्होंने जवाब दिया, सड़क पर नमाज पढ़ना ठीक नहीं है। अगर जगह नहीं है तो सरकार से जगह मांगो पर सड़क नमाज के लिए नहीं है। हिंदू करे या मुस्लिम ये नहीं होना चाहिए। हालांकि पुलिस ने जो तरीका अपनाया जावेद ने उसे भी गलत कहा।