श्रीलंका से इन्दौर आयेगी तथागत भगवान बुद्ध की पवित्र अस्थिधातु

2 जुलाई से मप्र के कई जिलों में भारतीय बौद्ध महासभा करेगी भव्य आयोजन
इंदौर । भारतीय बौद्ध महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मुकुल लक्ष्माण वाघ चन्द्रभान बागडे डॉ अंकित मेश्राम ने अपनी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया हैं कि भारत के सपुत तथागत भगवान गौतम बुद्ध ने अपने शांति के संदेश से संपूर्ण विश्व में गौरवांवित किया हैं। विश्व के कई देश बुद्ध जयंती के पर्व को वैशाख डे के रुप में मनाते है। गौरतलब है कि वैषाख पौर्णिमा के दिन तथागत बुद्ध का जन्म हुआ इसी दिन उन्हे ज्ञान की प्राप्ति हुई ओर इसी दिन उनका महापरिनिर्वाण हुआ था। देशभर में बौद्ध अनुयाई इस पर्व को त्रिगुण पावन बुद्ध पौर्णिमा के रुप में मनाते हैं बौद्ध पौर्णिमा से विश्वभरर में बौद्ध समुदाय के कई पर्वों की शुरुवात होती हैं। इसी कड़ी में भारतीय बौद्ध महासभा मप्र तथा इंडो ऐशियन मेत्ता फाउंडेशन के तत्वावधान में मप्र के कई जिलों में बुद्ध जयंती का पर्व भव्य पैमाने पर आयोजित किया जायेगा बौद्ध अनुयाईयों द्वारा रैली, संकल्पसभा सहित कई आयोजन किये जायेगें।
मुकुल लक्ष्मण वाघ ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि भारत में संम्राट अशोक द्वारा तथागत भगवान गौतम बुद्ध की जन्मस्थली कपील वस्तु सहित विश्वभर में 84000 बौद्ध स्तुपों का निर्माण कराया गया था उन्ही में से एक स्तुप के खनन के दौरान पुरातत्व विभाग को अस्थिधातु प्राप्त हुई थी जो कि श्रीलंका के बौद्ध विहारों में संरक्षित हैं।
इंडोऐशियन मेत्ता फाउंडेशन के राष्टीय सेक्रेटरी नितीन गजभीये जी के प्रयासों से श्रीलंका के महान त्रिपिटकाचार्य रेवता महाथेरों द्वारा उक्त अस्थिधातुओं को भारत के बौद्ध अनुयाईयों के दर्षनार्थ उपलब्ध कराने हेतु सहमती पत्र प्रेषित कर मप्र व महाराष्ट्र में भव्य आयोजनों मे शामिल करने की अनुमती प्रदान कर दी हैं।
इस संबंध में समस्त प्रशासकीय प्रक्रिया संपन्न हो चुकी हैं श्रीलंका के महाथेरों द्वारा प्रोटोकाल के तहत उक्त अस्थिधातुओं को राजकीय अतिथी बनाये जाने तथा पौलिस प्रोटेक्षन के साथ आयोजन करने हेतु सहमती प्रदान कर दी हैं।
बुद्ध जयंती के उपलक्ष्य में इंदोर के बौद्ध अनुयाईयों द्वारा 2 जुलाई से मप्र के विभिन्न जिलों में शांति सम्मेलन व विश्वशांति हेतु भव्य रैलियों का आयोजन कर बौद्ध अनुयाईयों को उक्त अस्थिधातुओं के दर्षन कराए जायेगे। इस आयोजन में विभिन्न बौद्ध देषों से बौद्ध भिक्षुगण बौद्ध चिंतक संविधान निर्माता बाबा साहब आम्बेडकर जी के प्रापौत्र राजरत्न आम्बेडकर महान तपस्वि बौद्ध भिक्षु ज्ञान ज्योति जी सहित देशभर के सम्मानिय बौद्धजन शामिल होगें। बुद्ध जगत समाचार पत्र तथा भारतीय बौद्ध महासभा जिला शाखा इंदोर द्वारा देष विदेष से आ रहे मेहमानों के आवागमन विश्राम व भोजन की संपूर्ण व्यवस्था की जा रही हैं।
भारतीय बौद्ध महासभा जिलाशाखा इंदोर के प्रभारी सुधाकर वाघ, जिला अध्यक्ष मालतीताई झरबडे़, जिला प्रतिनिधी डॉ. अंकित मेश्राम, राजु तायडे, बाबुराव रायपुरे, गौरधन मोरे,शैलेन्द्र तायडे, डॉ संदिप गवई ने सभी बौद्ध अनुयाईयों व बौद्ध संगठनों से आव्हान किया हैं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस आयोजन से जुडकर अस्तिधातु के दर्षन का लाभ उठाए।