चाइल्ड केयर हादसा: आग से झुलसे सात नवजातों ने दम तोड़ा

-फॉरेंसिक टीम कर रही जांच, अस्पताल पर उठने लगे सवाल
नई दिल्‍ली । दिल्‍ली के विवेक विहार में एक चाइल्ड केयर हॉस्पिटल में आग लगने से सात नवजात की मौत हो गई है वहीं 12 नवजातों को बचाया, लेकिन उनमें से सात ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अब इस हादसे पर सवाल उठने लगे हैं कि इसका जिम्‍मेदार कौन है?
बेबी केयर हॉस्पिटल में कितने बजे आग लगी और घटना की सूचना कितनी देर में फायर डिपार्टमेंट को दी गई? यह फिलहाल जांच का विषय है। बताया जा रहा है कि आग शनिवार देर रात 11:32 बजे लगी थी और तकरीबन 50 मिनट में इसपर काबू पाया जा सका।
अग्निकांड के समय बेबी केयर अस्‍पताल में सिक्‍योरिटी गार्ड वहां थे या नहीं या फिर अस्‍पताल प्रबंधन का कोई जिम्‍मेदार शख्‍स हॉस्पिटल में था या नहीं? अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि अस्‍पताल में जब आग लगी थी, तब वहां अस्‍पताल के सिक्‍योरिटी डिपार्टमेंट से कौन-कौन था।
अस्‍पताल में फायर सेफ्टी के लिए क्‍या-क्‍या व्‍यवस्‍थाएं थीं? जब आग लगी तो तो हॉस्पिटल में मौजूद फायर सेफ्टी मेजर को अमल में लाया गया था या नहीं? बता दें कि तय प्रावधानों के तहत अस्‍पतालों में अग्नि सुरक्षा के लिए मुकम्‍मल व्‍यवस्‍था करनी होती है, ताकि आग लगने की स्थिति में घटना से निपटा जा सके।
एक सवाल यह भी है क्‍या तय मापदंडों के मुताबिक गर्मी का मौसम आने से पहले अस्‍पतालों में सुरक्षा मानकों की जांच की गई थी या नहीं? आमतौर पर गर्मी के सीजन में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाता है तो मशीनों में स्‍पार्क करने और उस वजह से आग लगने की आशंका बढ़ जाती है। इसके साथ ही फायर डिपार्टमेंट की टीम उन्‍हें बेसिक ट्रेनिंग भी देती है।
जानकारी के मुताबिक अस्‍पताल में आग लगने की वजहों का अभी तक पता नहीं चल सका है। शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी या फिर इसके पीछे कोई और कारण है। फायर डिपार्टमेंट और फॉरेंसिक टीम की छानबीन के बाद ही आग लगने की सही जानकारी का पता चलेगा साथ ही जवाबदेही भी तय की जाएगी।