मप्र शासन के निर्देश पर कलेक्टर ने प्रारंभ कराई संत पर रिसर्च, वैज्ञानिकों, चिकित्सकों का दल जुटा
अन्न, फल त्याग 4 वर्षों से सिर्फ नर्मदा जल पीते हैं भैयाजी सरकार
जबलपुर (ईएमएस)। दादा मुनि भैयाजी सरकार शहर और आसपास के समर्थकों की आस्थाओं से तो अरसे से जुड़े हुए थे अब उनकी शख्सियत वो हो गई हैं कि मप्र शासन उन पर शोध करा रहा है। इसकी वजह अन्न, जल त्याग कर सिर्फ नर्मदा जल पीकर विगत ४ वर्षों से निरंतर की जा रही नर्मदा परिक्रमा को बताया जा रहा हैं। जहां उनके समर्थक इसे चमत्कार बताते हैं वहीं मप्र शासन उन पर शोध करना चाहता हैं कि आखिर सिर्फ नर्मदा जल के सेवन से वे कैसे इतने उर्जावान रहते हुए लगातार नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं। मप्र शासन के निर्देश पर कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा चिकित्सकों और वैज्ञानिकों की एक टीम को भैयाजी सरकार पर शोध के निर्देश दिए हैं जिन्होंने शोध प्रारंभ भी कर दिया हैं।
सभी में हैं जिज्ञासा
विगत 4 वर्षो से बिना भोजन, बिना दवाईयों के सिर्फ नर्मदा जल पर जीवित संत दादा गुरु भैयाजी सरकार को लेकर शहर के चिकित्सकों के साथ वैज्ञानिकों में भी जिज्ञासा हैं। अपनी जिज्ञासा का समाधान करने भैयाजी सरकार पर शोध प्रारंभ किया गया हैं। ज्ञात हो कि भैया जी सरकार का दावा हैं कि वे बीते 4 सालों से न तो अन्न का एक दाना ग्रहण किया हैं न हीं वे फलों का सेवन करते हंैं। वे सिर्फ नर्मदा जल ही पीते हैं। इसके बावजूद वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और पूरी ताकत के साथ भीषण गर्मी में नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं। उनके इस दावे का वैज्ञानिक परीक्षण किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश सरकार ने यह शोध प्रारंभ कराया हैं जिसके तहत संत भैयाजी सरकार के शरीर का वैज्ञानिक परीक्षण किया जा रहा हैं।
नर्मदा मिशन से जुड़े हैं भैयाजी
नर्मदा मिशन से जुड़े हुए संत भैयाजी सरकार के साथ समर्थकों का भी दावा है कि वे बिना अन्न ग्रहण किए विगत 4 वर्षों से केवल नर्मदा जल पी रहे हैं। इसके अलावा वे कोई आहार नहीं लेते। नर्मदा जल के अलावा वे ना तो कोई फल लेते हैं और ना ही कोई दूसरा भोजन करते हैं लेकिन इसके बावजूद वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उनके समर्थक जहाँ इसे चमत्कार से कम नहीं मानते वहीं वैज्ञानिकों, चिकित्सकों के साथ सरकार की भी इस विषय जिज्ञासा बढ़ती जा रही हैं कि सिर्फ नर्मदा जल पीकर वे कैसे नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं।
तपस्या का नतीजा या कोई चमत्कार?
भैया जी सरकार के स्वास्थ्य पर राज्य सरकार शोध करवा रही है। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने डॉक्टरों का एक दल बनाया है, जो भैया जी सरकार के इस दावे की जांच करेगा कि वे केवल नर्मदा जल पर कैसे पूरी तरह स्वस्थ रह सकते हैं। उन्हें भोजन की जरूरत क्यों नहीं पड़ती? भैया जी सरकार के रक्त की जांच की गई है। उनके शरीर के वैज्ञानिक परीक्षण किए गए हैं। इस टीम को मध्य प्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डॉक्टर आरएस शर्मा लीड कर रहे हैं।
कौन हैं जबलपुर के भैया जी सरकार?
भैया जी सरकार जबलपुर के ही रहने वाले हैं और लगभग 10 वर्षों से नर्मदा से जुड़े हुए मुद्दों पर आंदोलन करते रहे हैं। वे वृक्षों और नदियों के साथ गौमाता को जीवित ईश्वर की संज्ञा देते हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में भी नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों के खिलाफ एक याचिका भी लगाई थी। इसके अलावा नर्मदा शुद्धिकरण को लेकर सड़कों पर कई आंदोलन भी किए हैं। नर्मदा से निकलने वाली रेत के अवैध उत्खनन को रोकने के लिए भी उन्होंने धरने प्रदर्शन भी किए हैं। 4 साल पहले एक आंदोलन के दौरान ही निराहार रहकर उन्होंने केवल नर्मदा जल पीना शुरू किया था और यह दावा किया था कि जब तक नर्मदा की पूरी तरह शुद्ध नहीं हो जाती तब तक भी भोजन ग्रहण नहीं करेंगे।
शोध में लगाया जाएगा इन बातों का पता
4 सालों से भैया जी सरकार बिना भोजन रहने का दावा कर रहे हैं। ये दावा चौंकाने वाला है इसी वजह से इस दावे का वैज्ञानिक परीक्षण भी किया जा रहा है। इसके साथ इस बात पर भी शोध किया जा रहा है कि आखिर कोई शख्स बिना भोजन किया कैसे पूरी ऊर्जा के साथ जीवित रह सकता है? भैया जी सरकार के शरीर के वैज्ञानिक परीक्षण के लिए उनके रक्त के नमूने लिए गए हैं। इसके साथ ही उनके शरीर के दूसरे अंगों की जांच की गई है। आने वाले 15 दिनों तक लगातार यह सिलसिला चलेगा इसके बाद डॉक्टर यह बताने की स्थिति में होंगे कि केवल नर्मदा जल पीकर भी क्या जीवित रहा जा सकता है?