लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योग दिवस की थीम पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जिस थीम योग सबके लिए के साथ पूरी दुनिया में आयोजित हो रहा है। इसका अर्थ है कि इसमें कोई भेद नहीं है। इसमें जाति का भेद नहीं है, क्षेत्र का, भाषा का, काल का, देश का भेद नहीं है। मेरी अपील है कि योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाएं। एक समय आपको स्वयं अहसास होगा कि जो भी समय आपने योग के लिए समर्पित किया है वो आपके स्वस्थ और दीर्घ जीवन के लिए, आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम रहा है। यदि नियमित दिनचर्या के साथ इसको आगे बढ़ाएंगे तो इसका हमें भरपूर लाभ प्राप्त होगा।
10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रदेश के सभी जिलों में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा स्कूल-कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में योग दिवस मनाया जा रहा है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लखनऊ के राजभवन प्रांगण में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास में शामिल हुए और योगाभ्यास किया। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी योगाभ्यास में हिस्सा लिया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शुक्रवार को पर्यटन विभाग की तरफ से राजभवन में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम सहित कई मंत्री और अधिकारी सम्मिलित हुए।
सीएम योगी ने कहा- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, योग की जिस थीम के साथ आज पूरे देश पूरी दुनिया में आयोजित हो रहा है, इसमें जाति, भाषा, काल का भेद नहीं है। अपनी-अपनी विधा के साथ हर व्यक्ति इससे जुड़ेगा। सीएम योगी ने देशवासियों से आग्रह किया कि योग को नियमित अभ्यास का हिस्सा बनाए।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अयोध्या में योग कार्यक्रम में भाग लिया। वहीं काशी और प्रयागराज में भी पर्यटन विभाग के सहयोग से योग के कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इस वर्ष योग दिवस की थीम स्वयं और समाज के लिए योग रखी गई है। सरकार के निर्देशानुसार प्राचीन सांस्कृतिक पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक स्थानों, नदियों, झीलों, तालाबों, अमृत सरोवरों पर भी योग के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।