लौहार । पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के बीच तनाव दिख रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि सेना के सैन्य अभियान ऑपरेशन आजम-ए-इस्तेहकाम के तहत तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है। रक्षा मंत्री आसिफ ने पाकिस्तान के कई नेताओं के टीटीपी के साथ बातचीत की संभावना को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि टीटीपी के साथ बातचीत का कोई आधार नहीं है। एक साक्षात्कार में आसिफ ने कहा कि यह सैन्य अभियान चलाने का फैसला किसी हड़बड़ी में नहीं लिया गया है। उनका यह बयान उस समय पर आया है जब इमरान की पार्टी ने खुलकर सैन्य अभियान चलाने का विरोध किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस सैन्य अभियान को लेकर राजनीतिक दलों की चिंताओं को दूर किया जाएगा। साथ ही उनके हर सवाल का जवाब भी दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस सैन्य अभियान का उद्देश्य सीमा के पास टीटीपी के ठिकानों को निशाना बनाना है। आसिफ ने कहा कि देश की एकजुटता से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। उन्होंने अफगानिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने को न्यायोचित बताकर दलील दी कि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन नहीं करेगा। आसिफ ने कहा कि इसकी वजह यह है कि अफगानिस्तान से पाकिस्तान में आतंकवाद का निर्यात हो रहा है। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने 4000 स्लीपर सेल के सदस्यों को आने दिया जो अब पाकिस्तान में अशांति फैला रहे हैं।