नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (17 सितंबर) को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। संवैधानिक प्रक्रिया के अनुसार केजरीवाल का इस्तीफा तब स्वीकार माना जाएगा जब देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उस पर हस्ताक्षर करेंगी। उनके हस्ताक्षर के साथ ही अरविंद केजरीवाल दिल्ली के पूर्व सीएम हो जाएंगे। इस प्रक्रिया के बाद केजरीवाल को नैतिक आधार पर उन सभी सुविधाओं को त्यागना होगा जो दिल्ली का सीएम होने के नाते उन्हें मिली हैं। इन सुविधाओं में सीएम का बंगला, गाड़ी, सिक्योरिटी, वेतन, कई भत्ते आदि भी शामिल हैं। अब यह सवाल उठता है कि क्या केजरीवाल इन सुविधाओं को छोड़ेंगे और एक सामान्य विधायक को मिलने वाली सुविधाओं में गुजर-बसर करेंगे या फिर वह दिल्ली के पूर्व सीएम को मिलने वाली सुविधाएं उठाएंगे या फिर एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक को मिलने वाली सुविधाओं का भोग करेंगे। हम आपको अपनी इस स्टोरी में यही बताने वाले हैं कि अब केजरीवाल को क्या-क्या सुविधाएं त्यागनी पड़ेंगी और उनकी सैलरी से लेकर भत्ते आदि कितने कम हो जाएंगे.. पार्टी ने एलान किया है कि इस्तीफा स्वीकार हाेने पर अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री वाली सभी सुविधाएं 15 दिन में छोड़ देंगे। जिसमें आवास, सरकारी वाहन प्रमुख रूप से शामिल हैं। वहीं इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल को 80 हजार रुपये कम वेतन मिलेगा। क्योंकि तब उन्हें एक विधायक के रूप में वेतन मिलेगा। उन्हें हर महीने 1.70 लाख की जगह 90 हजार रुपये ही मिलेंगे। दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते अरविंद केजरीवाल को कोई सुविधा नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री पद त्यागने के बाद अगर वह कोई मंत्री नहीं हैं तो उन्हें मात्र एक विधायक को मिलने वाला वेतन-भत्ता और सुविधा मिलेगी।