केन्द्र शहरों में आधुनिक व सुरक्षित सार्वजनिक परिहन सेवाओं के लिए निरंतर प्रयत्नशील : खट्टर

भारत में मेट्रो नेटवर्क से दैनिक एक करोड़ से अधिक नागरिक यात्रा कर रहे हैं : तोखन साहू
गांधीनगर | गुजरात में राजधानी गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर आयोजित तीन दिवसीय 17वीं अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो का रविवार को केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में समापन समारोह आयोजित हुआ, जिसमें गुजरात के वित्त एवं ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई तथा ओडिशा के शहरी विकास मंत्री के. सी. महापात्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे। समापन समारोह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सफल अर्बन मोबिलिटी नागरिकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर यात्रा सुविधा प्रदान करने तक सीमित नहीं है, अपितु प्रत्येक नागरिक का जीवन सुरक्षित एवं गुणवत्तायुक्त बनाने के साथ-साथ कार्बन फुटप्रिंट व प्रदूषण घटाने के लिए भी है, जिससे भावी पीढ़ी का जीवन अधिक अच्छा-सुरक्षित बन सके। भारत सरकार आज आधुनिक व सुरक्षित परिवहन सेवाओं के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। सरकार द्वारा शुरू किए गए स्मार्ट सिटी मिशन तथा अटल मिशन इंटीग्रेटेड अर्बन मोबिलिटी की नींव थे। पीएम ई-बस सेवा से पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा को अधिक अच्छा बनाया गया है। मनोहर लाल ने मेट्रो सेवा के विषय में कहा कि आज देश मं् मेट्रो की सेवा करीब 23 शहरों में 989 किलोमीटर के क्षेत्र में विकसित की गई है, जिसे भविष्य में और 974 किलोमीटर में विस्तार किया जाएगा। देशभर में प्रतिदिन 1 करोड़ यात्री मेट्रो सेवा का लाभ ले रहे हैं। भविष्य में मेट्रो नेटवर्क की लंबाई के मामले में भारत में विकसित हो रहा मेट्रो नेटवर्क चीन के बाद दूसरे नंबर की सेवा बनेगा। उन्होंने जोड़ा कि शहरों में बढ़ती जनसंख्या के कारण लोगों को मिलने वाली ढाँचागत सुविधाओं में भी वृद्धि होनी चाहिए, जिसके लिए हमारे शहरों को अधिक अनुकूल, कनेक्टिव तथा स्थितिस्थापक (लचीले) बनाना चाहिए। उन्होंने इस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने वाले सहभागियों व पुरस्कार विजेताओं को अभिनंदन दिया। मनोहर लाल ने घोषणा की कि आगामी वर्ष 2025 में 18वीं यूएमआई कॉन्फ्रेंस हरियाणा के गुरुग्राम में 24 से 26 अक्टूबर के दौरान आयोजित होगी। उन्होंने सभी को उसमें सहभागी होने का आमंत्रण दिया।
केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने कॉन्फ्रेंस की सफलता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्ष 2008 से शुरू हुई एमयूआई कॉन्फ्रेंस भारत के शहरी एवं महानगरीय क्षेत्रों में विकास की कायापलट करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। आज भारत में मेट्रो नेटवर्क से दैनिक एक करोड़ से भी अधिक नागरिक यात्रा कर रहे हैं। नागरिकों की यात्रा सुविधा में मेट्रो सेवा तथा ई-बस सेवा महत्वपूर्ण सिद्ध हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2025 में भारत को पाँच ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने का संकल्प किया है, जिसमें भारत सरकार के शहरी विकास विभाग की महत्वपूर्ण भागीदारी रहेगी। साहू ने जोड़ा कि इस प्रकार की कॉन्फ्रेंस का आयोजन होना भारत के लिए परिवहन क्षेत्र में नई दिशा की शुरुआत है। कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मेट्रो सिटी के मेट्रो रेल के प्रबंध निदेशकों के बीच संवाद, राज्यों के बीच परिवहन संबंधी चर्चा जैसे महत्वपूर्ण सत्रों में इस विषय पर विचार-विमर्श किया गया कि नागरिकों को परिवहन की अधिक अच्छी सुविधाएँ किस प्रकार दी जा सकती है। उन्होंने जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के नागरिकों के लिए सड़क से लेकर हवाई यात्रा तक की यात्रा अधिक सुदृढ़ बनी है। देशभर में एक्सप्रेस हाईवे, फोरलेन तथा सिक्सलेन हाईवे जैसे राजमार्गों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत का प्रत्येक नागरिक अपने-अपने क्षेत्रों में 100 प्रतिशत योगदान देगा, तभी भारत वर्ष 2047 में विकसित होगा।
केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के सचिव के. श्रीनिवास ने स्वागत संबोधन करते हुए कहा कि भारतीय शहरों के सर्वांगीण विकास के लिए यूएमआई कॉन्फ्रेंस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अर्बन मेट्रो रेल, स्मार्ट सिटी, अमृत, पीएम गति शक्ति, पीएम बस सेवा आदि सार्वजनिक परिवहन सेवा शहरी नागरिकों के लिए वरदान समान है। इस कॉन्फ्रेंस में महापौरों तथा मनपा आयुक्तों की उपस्थिति में इस दिशा में विचार-विमर्श किया गया है कि भारत के शहरों को सार्वजनिक परिवहन के साथ ही अधिक से अधिक रहने योग्य कैसे बनाया जाए। उन्होंने जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम ‘विकसित भारत’ को ‘विकसित अर्बन भारत’ के सपने के जरिये साकार करने की दिशा में संयुक्त रूप से काम करेंगे। केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के संयुक्त सचिव जयदीप ने इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस को सफल बनाने के लिए सहभागी होने के लिए सभी महानुभावों, प्रतिनिधियों तथा कंपनियों के प्रतिनिधियो का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर गांधीनगर सहित विभिन्न महानगर पालिकाओं के महापौर, गुजरात के शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री अश्विनी कुमार, गुजरात मेट्रो के प्रबंध निदेशक श्री एस. एस. राठौड़, मनपा आयुक्त, बड़ी संख्या में महानुभाव, प्रतिनिधि, केन्द्र व राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नीति निर्माता, मेट्रो रेल कंपनियों के प्रबंध निदेशक, ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग्स के चीफ एग्जीक्यूटिव्स, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ एवं व्यवसायी सहभागी हुए। उल्लेखनीय है कि इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस के साथ आयोजित एक्सपो में भारत तथा विदेश में शहरी परिवहन के उत्तम प्रकार, अत्याधुनिक शहरी परिवहन टेक्नोलॉजी, सेवाओं तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों में वर्तमान स्थिति का निदर्शन किया गया। इसमें मेट्रो रेल कंपनियों, सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के लगभग 67 प्रदर्शकों ने भाग लिया। इस कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो में जीआईजेड, एशियाई विकास बैंक (एडीबी), यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक, काउंसिल ऑफ एनर्जी, एन्वायर्नमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू), डब्ल्यूआरआई इंडिया, द अर्बन कैटलिस्ट, टीईआरआई, न्यू डेवलपमेंट बैंक तथा सीईपीटी-अहमदाबाद जैसे विश्व के 9 प्रतिष्ठित संस्थान नॉलेज पार्टनर के रूप में सहभागी हुए। इस कॉन्फ्रेंस में 8 तकनीकी सत्र, 9 राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस, 8 रिसर्च सिम्पोजियम तथा एक प्लेनरी सेशन सहित विभिन्न सत्र आयोजित हुए। यह तीन दिवसीय कार्यक्रम केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय तथा इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन ट्रांसपोर्ट (इंडिया) द्वारा गुजरात सरकार एवं गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया गया।