कलेक्टर कार्यालय पर विरोध-प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा

इन्दौर । भारतीय बौद्ध महासभा के बैनर तले विभ‍िन्न आम्बेडरकी संगठनों ने मंगलवार को इन्दौर में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद भवन में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के संबंध में दिए विवादित बयान पर नाराज़गी जताते हुए विरोध-प्रदर्शन किया और कलेक्टर कार्यालय में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
महासभा के जिलाध्यक्ष गौतम मोरे व आर्या वाघ ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से गृहमंत्री अमित शाह को उनके विवादित बयान पर माफी नहीं मॉंगने पर संसद से बर्खास्त करने, महाराष्ट्र के परभणी में पुलिस कस्टडी में हुई दलित आंदोलनकारी की हत्या के आरोपियों को सजा दिलाने, परभणी हिंसा में मृतकों व घायलों को मुआवजा देने तथा मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग पर हो रहे अन्याय व अत्याचार पर रोक लगाने की मॉंग की गई है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के संबंध में गृहमंत्री का बयान उनकी सोच को प्रदर्श‍ित करता है। उनके बयान ने देश के करोड़ों दलितों के दिल को ठेंस पहुंचाई है। देशभर में व्यापक पैमाने पर हो रहे विरोध के बावजूद गृहमंत्री अमित शाह द्वारा माफी नहीं मांगी जाने से यह मुद्दा और अध‍िक गर्मा गया है। ऐसे में महामहिम राष्ट्रपति को स्वत: संज्ञान लेकर गृहमंत्री अमित शाह को संसद से बर्खास्त करें, ताकि देश का सौहार्द्रपूर्ण माहौल बना रहे। प्रशासनिक संकुल के बाहर विरोध-प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में अम्बेडकर के अनुयायियों ने बाबा साहब अमर रहे…, अमित शाह इस्तीफा दो… जैसे नारे लगाकर अपना रोष व्यक्त किया। प्रदर्शन के दौरान इन्दौर बौद्ध समाज के सभी वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित अनेक आम्बेडकरी संगठनों के प्रमुख प्रतिन‍िध‍ि मौजूद थे। कार्यक्रम में भारतीय बौद्ध महासभा की जिला शाखा इन्दौर के जिला प्रभारी एस.एल. वाघ,‌ जिला अध्यक्ष गौतम मोरे, आर्या वाघ, गौतम निकालजे, हिम्मतराव गायकवाड़, कपील प्रधान, प्रिंस थाटे, मौहित मोर्या, संतोष प्रधान एवं बौद्ध समाज के वरिष्ठ समाजसेवी लक्ष्मण वाघ, गोवर्धन मोरे, राहुल मेटांगे, नामदेव वाघ, दीपक वानखेडे, दिनेश वानखेडे, प्रकाश इंगळे, चंद्रकांत तायड़े, यादवराव तायड़े, सचिन वाघ, प्रवीन मेहरा, अरविंद चौहान, विभिषण नाईक व सोनू इंगळे सहित बाबा साहेब के सैकड़ों अनुयायी उपस्थित थे।