-प्रियंका गांधी ने मां सोनिया गांधी पर हुए हमले पर किया पलटबार
नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के बजट सत्र के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया, जिस पर कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने टिप्पणी की जिस पर सियासी विवाद खड़ा हो गया। भाजपा ने जहां इसे आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान बताते हुए सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग कर दी, वहीं प्रियंका गांधी ने भाजपा पर पलटवार किया और स्पष्ट शब्दों में कहा है कि देश को जिस गहरी खाई में डुबो दिया है, पहले उसके लिए तो ये लोग माफी मांगें।
वायनाड से कांग्रेस सांसद एवं सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए हमला बोला है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने कहा है कि सोनिया गांधी से माफी की मांग करने वाली भाजपा को पहले देश को डुबोने के लिए माफी मांगनी चाहिए। संसद परिसर में मीडिया से प्रियंका गांधी ने कहा, मेरी मां एक अनुभवि वरिष्ठ महिला हैं, उन्होंने बस यही कहा है कि राष्ट्रपति ने इतना लंबा-चौड़ा भाषण पढ़ा, तो वे थक गई होंगी, बेचारी…वे उनका (भारत की राष्ट्रपति) का पूरा सम्मान करती हैं। इसके साथ ही प्रियंका ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह के बयानों को तोड़-मरोड़ कर मीडिया में पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे दोनों ही सम्मानित महिला हैं और हमसे उम्र में बड़ी हैं…उनका कोई अपमान करने का इरादा भी नहीं कर सकता है। इसी बीच किए गए एक सवाल के जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा, कि जिस खाई में देश को डुबो दिया है, पहले वे लोग उसके लिए तो माफी मांगें।
राष्ट्रपति मुर्मू के स्वास्थ्य पर सहानुभूति भाजपा को पची नहीं : गोगोई
लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट करते हुए कहा, कि माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वास्थ्य के प्रति सोनिया गांधी की सहानुभूति भाजपा के लोगों को पच नहीं रही है। भारत के प्रत्येक व्यक्ति के मन में राष्ट्रपति के प्रति मान-सम्मान और सहानुभूति है।’ इसके साथ ही गोगोई ने सवाल करते हुए आगे कहा, कि ‘क्या भाजपा राष्ट्रपति मुर्मू के प्रति उस अनादर का उत्तर भी देगी, जबकि उन्हें संसद भवन के उद्घाटन या अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा में आमंत्रित नहीं किया गया? मैं उन्हें इस सवाल का जवाब देने की चुनौती देता हूं।’
भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की इस बयानबाजी से राजनीतिक गलियारा एक बार फिर गरमा गया है।