-पहले भी उठ चुकी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग
वॉशिंगटन । अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों में सबसे ज्यादा चर्चा जेफरी एपस्टीन सेक्स स्कैंडल से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने की हो रही है। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वे इस बहुचर्चित मामले में शामिल लोगों के नाम उजागर करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि यदि यह फाइलें सार्वजनिक होती हैं, तो कई बड़े और प्रभावशाली नाम सामने आ सकते हैं, जिससे अमेरिकी राजनीति में भूचाल आ सकता है।
अमेरिका की अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि ट्रंप कभी कोई झूठा वादा नहीं करते हैं और यदि उन्होंने कहा है तो इसे पूरा करने के लिए वह हरसंभव कदम उठाएंगे। बोंडी ने कहा कि वह सार्वजनिक रूप से ज्यादा कुछ नहीं कह सकती, लेकिन ट्रंप जो कहते हैं, उसे पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगा देते हैं। जेफरी एपस्टीन मामला 2019 में तब चर्चा में आया जब उसने जेल में आत्महत्या कर ली थी। एपस्टीन पर आरोप था कि उसने हाई-प्रोफाइल लोगों के साथ मिलकर बड़े सेक्स ट्रैफिकिंग नेटवर्क का संचालन किया था, जिसमें नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया जाता था। उसकी गर्लफ्रेंड गिसलेन मैक्सवेल को भी इस मामले में दोषी पाया गया और उसे 20 साल की सजा हुई थी। यह मामला अमेरिका में मानव तस्करी से जुड़ा है, जिसे लेकर बोंडी ने कहा कि यह अरबों डॉलर का धंधा है और इससे जुड़े लोगों को कानून के कटघरे में लाया जाना चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एपस्टीन के संपर्कों की लिस्ट में कई बड़े नेताओं, बिजनेसमैन और हॉलीवुड से जुड़ी हस्तियों के नाम शामिल हो सकते हैं।
इस मामले को फिर से खोलने की संभावना जताई जा रही है। यदि ऐसा होता है, तो अमेरिकी राजनीति और समाज में बड़े पैमाने पर हलचल मच सकती है। एपस्टीन केस लंबे समय से विवादों में रहा है और इसकी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग पहले भी उठ चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अगर ट्रंप अपने वादे पर कायम रहते हैं, तो यह अमेरिकी न्याय प्रणाली के लिए एक ऐतिहासिक फैसला साबित हो सकता है।