भाईचारे व प्रेम से सभी रहो यही जिंदगी है।
यहीं जन्नत है सारी दुनियां को यही बताओ।।
हर रिश्ता कीमती होता है समर्पण से निभाओ।
एक एक पल जिंदगी का खुशी से बिताओ।।
न जाने कितने मोड़ आएंगे जिंदगी में तुम्हारे।
मुश्किल हालात में भी जीना सबको सिखाओ।।
कट जाता है वक़्त व्यर्थ में पता नहीं चलता है।
जितना वक़्त है पास तुम्हारे संग सबके बिताओ।।
करो जरूरतमन्द की सेवा जितनी तुम कर सको।
पर किसी गरीब का हक़ न छीनो न छिनाओ।।
उम्मीद का दीया हमेशा जलाए रखो साथ में।
लाख आफत भी आ जाये राह में इसे न बुझाओ।।
विश्वास रखो हर सद्कार्य में तुम पुरोहित इतना।
खुदी में खुदा है बाहर नहीं बस इतना याद रखो।।
कवि राजेश पुरोहित
भवानीमंडी