संसद परिसर में तृणमूल, अन्नाद्रमुक, तेदेपा, वाईएसआर का प्रदर्शन

नयी दिल्ली 18 दिसंबर (वार्ता) तृणमूल कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआर कांग्रेस ने अलग-अलग मुद्दों पर आज संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले इन दलों ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा सामने धरना-प्रदर्शन किया। तृणमूल के सदस्यों ने बेरोजगारी को मुद्दा उठाते हुये सरकार को घेरने की कोशिश की। वे “भाषण नहीं, नौकरी दो”, “सारा देश का नारा है, मोदी सरकार जा रहा है” और युवाओं को न काम न रोजगार, मोदी सरकार है बेकार” के नारे लगा रहे थे।
अन्नाद्रमुक के सदस्य कावेरी पर बाँध के अंधाधुँध निर्माण रोकने की माँग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। वे “इसे बंद करो, इसे बंद करो” तथा “मोदी सरकार किसान विरोधी काम बंद करो” के नारे लगा रहे थे। उनकी तख्तियों पर “कावेरी पर बाँध मत बनाओ” और “तमिलनाडु के अधिकारों की रक्षा करो” लिखे हुये थे।
तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस के सांसद आँध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की माँग को लेकर गाँधी जी की प्रतिमा के पास प्रदर्शन कर रहे थे। अभिनेता से सांसद बने तेदेपा के नरामल्ली शिवप्रसाद पारंपरिक कथावाचक के रूप में आये थे और देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर तेलुगु में टिप्पणियाँ कर रहे थे।
अजीत जितेन्द्र
वार्ता