डीजीपी मकवाणा के मुख्‍य आतिथ्‍य में उप पुलिस अधीक्षकों का भव्‍य दीक्षांत समारोह आयोजित

दीक्षांत परेड में उप पुलिस अधीक्षकों के जज्‍बे ने किया सभी को रोमांचित
प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा इंटीग्रिटी, ईमानदारी, कार्य दक्षता और संवेदनशीलता के गुण आपके कार्यकाल में म.प्र. पुलिस की रीढ़ को मजबूत करने में अहम् भूमिका निभाएंगे
भोपाल । जब अनुशासित कदम चाल, स्‍वाभिमान से ऊंचा मस्‍तक, गर्व से भरा सीना और देशभक्ति के जज्‍बे से ओत-प्रोत उप पुलिस अधीक्षकों की दीक्षांत परेड निकली तो कोई भी रोमांचित हुए बिना नहीं रह सका। भौंरी स्थित मध्‍यप्रदेश पुलिस अकादमी के परेड ग्राउंड में बुधवार को मध्‍यप्रदेश पुलिस के 43 वे बैच के परिवीक्षाधीन उप पुलिस अधीक्षकों के भव्‍य एवं आर्कषक दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। मध्‍यप्रदेश पुलिस के महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने बतौर मुख्‍य अतिथि दीक्षांत परेड की सलामी ली और खुली जिप्‍सी में सवार होकर परेड का निरीक्षण किया। दीक्षांत परेड में शामिल हुए 19 परिवीक्षाधीन उप पुलिस अधीक्षक अब विधिवत रूप से मध्‍यप्रदेश पुलिस का हिस्‍सा बन गए हैं।
पुलिस महानिदेशक मकवाणा ने सभी प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उप पुलिस अधीक्षक पद पुलिस में एक महत्वपूर्ण पद है जो फील्ड ऑफिसर्स को वरिष्ठ स्तर के पर्यवेक्षणकर्ता अधिकारियों से जोड़ता है। आपकी इंटीग्रिटी, ईमानदारी, कार्य दक्षता और संवेदनशीलता के गुण आपके कार्यकाल में म.प्र. पुलिस की रीढ़ को मजबूत करने में अहम् भूमिका निभाएंगे। यह एक युवा व उर्जावान अधिकारियों का वक्त है जो देशभक्ति जनसेवा के आशय को अपने कार्य से परिपोषित करेगा।
डीजीपी ने अकादमी के सभी प्रशिक्षकों तथा प्रशासनिक स्टाफ को भी इस बैच के सफतला पूर्वक प्रशिक्षण संचालन हेतु बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि प्रशिक्षुओं को नवीन आपराधिक कानूनों, अपराध विवेचना, फोरेंसिक विज्ञान, कानून व्यवस्था जैसे पुलिसिंग के कोर विषयों के साथ साथ एथिक्स, नैतिक आचरण, सॉफ्ट स्किल्स, इमोशनल इंटेलीजेंस जैसे पुलिस व्यवहार के लिये प्रासंगिक विषयों पर भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
उन्‍होंने कहा कि मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि अकादमी के निदेशक के निर्देशन में इनकी टीम ने उप पुलिस अधीक्षक के बुनियादी प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम को बदलते परिवेश के अनुसार न केवल रिवाइज किया है बल्कि BPR&D एवं नेशनल पुलिस अकादमी के मापदंडों के समकक्ष बनाने का उपक्रम किया है। अकादमी के कुशल प्रशिक्षकों ने आंतरिक प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रशिक्षुओं को शारीरिक और मानसिक रूप से दक्ष बनाने हेतु ड्रिल, बलवा ड्रिल, योगा, ध्यान तथा यूएसी जैसी विधाओं में भी पारंगत किया गया। मकवाणा ने कहा कि प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक को प्रशिक्षण हेतु PHQ की सभी शाखाओं में भेजा गया, जहां शाखा प्रभारी वरिष्ठतम अधिकारियों द्वारा इन्हें शाखाओं की जानकारी प्रदान की गई। इससे इन्हें अपने कार्य में दक्ष होने तथा विभाग की बेहतर समझ विकसित करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि आप सभी अधिकारी अपने एक वर्ष के जिला व्यवहारिक प्रशिक्षण में इसी तन्मयता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे ताकि आप अपनी मैदानी पदस्थापनाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।जिलों में प्रोबेशनर्स के रूप में आपसे मेरी अपेक्षा है कि आप कड़ी मेहनत कर एक जिज्ञासु की तरह छोटी से छोटी बात अपने प्रशिक्षकों से पूछने में संकोच नहीं करेंगे। थाना प्रभारी पीरियड में आप अपने थाने के समस्त रजिस्टर्स का गहन अध्ययन करें। थाने के संपूर्ण क्षेत्र के भौगोलिक, सामाजिक व अपाराधिक पहलूओं की जानकारी प्राप्त करें। जनता के हर वर्ग से मिले जुलें और उन्हे सुनें। नवीन आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन में दक्षता लाकर CCTNS की वर्किंग सीखे तथा कानूनी कार्यवाही में अपनी योग्यता बढावे और हर काम अपने हाथ से करें।
डीजीपी मकवाणा ने कहा कि यह उप पुलिस अधीक्षक बैच का प्रथम बैच हैं, जिसका मूल प्रशिक्षण नवीन आपराधिक कानून के तहत ही हुआ है। आप नवीन आपराधिक कानून पारित होने के समय ही प्रशिक्षित हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपका प्रशिक्षण नवीन आपराधिक कानून को प्रभावी बनाने तथा उसके अनुरूप CCTNS को समझकर और उसमें परांगत होकर कार्यदक्षता दिखाने का अवसर प्रदान करता है। अपनी योग्यता को आप फील्ड में जाकर सिद्ध करेंगे। ऐसी मेरी आशा है।
उन्‍होंने कहा कि साम्प्रदायिक व सामाजिक सौहार्द बनाए रखने और अपराधों पर नियंत्रण रखने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देंगे। इससे जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा और क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी सुदृढ़ रहेगी। आपसे मेरी अपेक्षा है कि आप नवीनतम टेक्नॉलॉजी से अपडेट रहेंगे। भविष्य में सायबर अपराधों के नित नवीन ट्रेण्ड्स को समझकर उसके अनुरूप अनुसंधान करने में सक्षम होंगे। मैं नव प्रशिक्षित उप पुलिस अधीक्षकों से आशा करता हूं कि वे वर्तमान समय में निरंतर बदलते सामाजिक, आर्थिक परिवेश के अनुरूप अपने आप को हमेशा अद्यतन ज्ञान व कौशल से पूर्ण करते रहेंगे।
डीजीपी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री महोदय की SMART पुलिस अवधारणा को समझ कर उस पर कार्य करना आवश्यक है। SMART पुलिसिंग की अवधारणा को साकार करते हुए संविधान व कानून के प्रति समर्पण, दक्षता, कार्य कुशलता व समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता व समानुभूति से परिपूर्ण होंगे। आपकी वर्दी का भय असामाजिक तत्वों व अपराधियों में जरूर रहना चाहिए लेकिन आम नागरिक, पीड़ित व शोषित वर्गों के मन में भरोसा रहे कि वे अपनी तकलीफें व समस्याएं आपके पास लेकर आएंगे तो आप उन्हें सुनेंगे और उनकी समस्याओं का यथासंभव निदान करेंगे। मैं आशा ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्वास व्यक्त करता हूं कि आप आपने माता-पिता, समाज और पुलिस विभाग की आशाओं पर खरे उतरेंगे और राष्ट्र निर्माण में महती भूमिका निभाएंगे।
बुधवार की सुबह से ही निकली तेज एवं चमकदार धूप और पुलिस बैंड की मधुर धुन के बीच आयोजित हुई दीक्षांत परेड में पुरुषों के साथ-साथ महिला उप पुलिस अधीक्षकों का जज्‍बा और जुनून देखते ही बन रहा था। मध्‍यप्रदेश पुलिस अकादमी भोपाल में एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण में तपकर निकले कुल 19 उप पुलिस अधीक्षकों ने दीक्षांत परेड में हिस्सा लिया। इनमें 07 महिला उप‍ पुलिस अधीक्षक शामिल थीं। राष्‍ट्रीय घ्‍वज तिरंगे को साक्षी मानकर ली गई देश भक्ति व राष्‍ट्र सेवा की शपथ और दीक्षांत परेड के बाद ये सभी उप पुलिस अधीक्षक मध्‍यप्रदेश पुलिस की मुख्यधारा में शामिल हो गए।
आरंभ में जब मध्‍यप्रदेश पुलिस का ध्‍वज लेकर निशान टोली गुजरी तो सभी ने खड़े होकर सैल्‍यूट किया। इसी तरह दीक्षांत परेड का भी करतल ध्‍वनि के साथ स्‍वागत किया गया। मध्‍यप्रदेश पुलिस अकादमी की प्रमुख सुश्री सोनाली मिश्रा ने प्रशिक्षण का प्रतिवेदन प्रस्‍तुत किया। दीक्षांत परेड का नेतृत्‍व उप पुलिस अधीक्षक आशुतोष त्‍यागी ने किया। मध्‍यप्रदेश पुलिस अकादमी के पुलिस अधीक्षक नीरज पाण्‍डेय ने प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षकों को शपथ दिलाई। अंत में पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने प्रशिक्षण में उत्कृष्ट रहे प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों को शील्ड व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया।

गरिमामयी समारोह में इनकी भी रही मौजूदगी
अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण राजा बाबू सिंह, डी.सी.सागर, आशुतोष राय, चंचल शेखर, पुलिस महानिरीक्षक अभय सिंह, पीएसओ टू डीजीपी विनीत कपूर सहित अन्‍य वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारी गरिमामयी दीक्षांत समारोह के साक्षी बने। साथ ही बड़ी संख्‍या में प्रशिक्षु डीएसपी के परिजन भी उत्‍साहवर्धन के लिए पहुंचे थे।

इन श्रेष्‍ठ प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षकों को मिले पुरस्‍कार
पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने श्रेष्‍ठ आउटडोर प्रशिक्षण के लिए आनंद राय को प्रथम व सुजीत कुमार कड़वे को द्वितीय स्‍थान की शील्‍ड व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। शारीरिक दक्षता परीक्षा में सर्वश्रेष्‍ठ महिला प्रशिक्षु सुश्री अन्‍नपूर्णा सिरसाम तथा सर्वश्रेष्‍ठ पुरूष प्रशिक्षु आनंद राय, सुजीत कुमार कड़वे एवं ललित बैरागी को शील्‍ड प्रदान किए। इनके अलावा परेड कमांडर आशुतोष त्‍यागी व परेड टूआईसी हेमंत कुमार को भी प्रथक से सम्‍मानित किया गया।