एक कालातीत प्रेम कहानी। दो प्रतिष्ठित साहित्यिक दिग्गज। एक अविस्मरणीय शाम। “एक मुलाक़ात” का समापन एक बार फिर हो रहा है, यह एक बेहद मार्मिक हिंदी नाटक है जो भारत के दो सबसे प्रसिद्ध कवियों – साहिर लुधियानवी और अमृता प्रीतम के बीच की खामोशियों, कविताओं और अनसुलझे भावनाओं की पड़ताल करता है। अनुभवी अभिनेता शेखर सुमन द्वारा उदास और आकर्षक साहिर की भूमिका और प्रतिभाशाली गीतिका त्यागी द्वारा उग्र, भावुक अमृता की भूमिका में अभिनीत यह नाटक दर्शकों को एक ऐसी दुनिया में ले जाने का वादा करता है जहाँ कविता, प्रेम और लालसा का मिलन होता है।”एक मुलाक़ात” सिर्फ़ एक मुलाक़ात नहीं है, यह दो कवियों के बीच एक कल्पित, मार्मिक मिलन है जिनके दिल कविताओं में धड़कते हैं, जिनकी आत्माएँ प्रशंसा में गुंथी हुई हैं, और जिनकी नियति कभी समाप्त नहीं हुई। एक ऐसी शांत शाम में, जो कभी थी ही नहीं, यह नाटक स्वीकारोक्ति, अनभेषित पत्रों, दिल टूटने और अधूरे प्रेम के उत्सव का एक कैनवास बन जाता है।