उज्जैन/इंदौर । सिंहस्थ 2028 को लेकर आज उज्जैन में बड़ा फैसला हुआ। संभागायुक्त संजय गुप्ता की अगुवाई में हुई एक खास बैठक में कालभैरव मंदिर के भव्य जीर्णोद्धार और उज्जैन को स्पिरिचुअल सिटी बनाने की योजनाओं को हरी झंडी मिल गई। एडीजीपी उमेश जोगा और सिंहस्थ मेला अधिकारी आशीष सिंह भी इस महत्वपूर्ण चर्चा में मौजूद रहे, जहां आगामी महाकुंभ की तैयारियां तेज करने पर जोर दिया गया।
उज्जैन विकास प्राधिकरण (UDA) के सीईओ संदीप सोनी ने सिंहस्थ स्पिरिचुअल सिटी प्रोजेक्ट की जानकारी दी, जिसे कमेटी के सामने रखा गया। सोनी ने बताया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने वाली जानी-मानी कंपनी एचसीपी को इस काम के लिए सलाहकार बनाया जा रहा है। उन्होंने स्पिरिचुअल सिटी में बनने वाले रास्तों, पैदल चलने वालों के लिए रास्ते, पानी की व्यवस्था, बारिश के पानी की निकासी और सीवेज नेटवर्क जैसी ज़रूरी सुविधाओं के बारे में बताया।
इसके अलावा, एसपीए के डॉ. सुशील सोलंकी ने कालभैरव मंदिर के जीर्णोद्धार की योजना पेश की, जिसे कमेटी ने मंजूरी दे दी। इस योजना से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी। मंदिर परिसर में दो मल्टीलेवल पार्किंग और एक सरफेस लेवल पार्किंग बनाई जाएगी। योजना के मुताबिक, मंदिर के ठीक होने के बाद श्रद्धालु बारिश और धूप से बचकर आसानी से दर्शन कर पाएंगे। मंदिर का यह काम उसके पुराने गौरव को बनाए रखते हुए भीड़ को संभालने और आधुनिक सुविधाएं देने का भी काम करेगा।
बैठक में लोक निर्माण विभाग ने निकास चौराहा से इंदौरी गेट तक 1.2 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड स्ट्रक्चर बनाने का प्रस्ताव भी कमेटी के सामने रखा। इस ज़रूरी बैठक में उज्जैन संभाग के डीआईजी, इंदौर नगर निगम आयुक्त, संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, जो सिंहस्थ 2028 को शानदार बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।