खजराना गणेश को अर्पित हुई स्वदेशी 40 इंच की राखी –

:: चांदी के कलश और सोने के वर्क ने बढ़ाई शोभा ::
इंदौर । आज, रक्षाबंधन के पावन पर्व पर इंदौर के विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में एक अद्भुत और भव्य राखी अर्पित की गई। प्रधानमंत्री के ‘स्वदेशी अपनाओ’ अभियान से प्रेरित होकर पालरेचा परिवार ने तीन महीने की कड़ी मेहनत के बाद यह 40 इंच की विशाल राखी पूरी तरह से स्वदेशी सामग्री से तैयार की। इस पहल का उद्देश्य चीन और तुर्की जैसे देशों में बनी सामग्री का बहिष्कार करते हुए देश प्रेम का संदेश देना था।
इस विशाल राखी में कला और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने सभी भक्तों का मन मोह लिया। इसकी सुंदरता को बढ़ाने के लिए 18 बड़े नारियल की जटाओं, 17 चांदी के कलश और 1000 रुद्राक्ष का उपयोग किया गया था। इसके साथ ही, 80 हजार चिढ़ के मोती और 200 से ज्यादा सोने के वर्क से सजी सुपारी भी इसकी भव्यता को चार चाँद लगा रही थी। राखी में गत्ते पर मखमल की कारीगरी, गोटा किनारी और स्वास्तिक के चिन्ह भी बनाए गए थे, जो इसकी छटा को और बढ़ा रहे थे।
शांतनु पालरेचा और पुंडरीक पालरेचा ने बताया कि पालरेचा परिवार की यह 21 साल पुरानी परंपरा है, जिसके तहत वे हर साल खजराना गणेश को सबसे बड़ी राखी अर्पित करते हैं। इस वर्ष इसी स्वरूप की 24 इंच की राखियाँ उज्जैन के चिंतामन गणेश और इंदौर के बड़ा गणपति सहित अन्य मंदिरों में भी भेंट की गईं।