हौसले और अपनापन को सलाम करते हुए, रक्षा: एक पहचान (प्रस्तुत: कमला अंकिबाई घमंडी राम गोवानी ट्रस्ट, सहयोग: मल्टीवर्स मनोरंजन) एक ऐसे जज़्बाती और दिल को छू लेने वाले जश्न के रूप में सजा, जहां महत्वाकांक्षा, भावना और इंसानी जज़्बे की महक बिखरी हुई थी। इस अनोखे आयोजन की कल्पना की थी श्रीमती निदर्शना गोवानी ने।
कार्यक्रम में छह खास मेहमान शामिल हुए जिनमें विशेष योग्यता वाले नायक और कैंसर योद्धा थे। इस आयोजन ने राखी का मतलब सिर्फ रिश्तों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे सपनों की हिफ़ाज़त और अनसुनी कहानियों को उजागर करने का वादा बना दिया।मुख्य अतिथि अभिनेत्री डेज़ी शाह बच्चों और प्रस्तुतियों से भावुक होकर बोलीं, “ज़िंदगी में हम सभी मुश्किलों से गुज़रते हैं, लेकिन इन बच्चों को देखकर, जिनके चेहरे खुशी और हौसले से चमक रहे थे, एहसास हुआ कि अपूर्णता में भी एक अद्भुत पूर्णता है।