:: यदि खाद है तो जिला-वार जानकारी सार्वजनिक करें : प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण चौहान
:: 25 सितंबर को भोपाल में होगा विशाल प्रदर्शन ::
इन्दौर । मध्य प्रदेश किसान सभा ने राज्य के कृषि मंत्री के उस बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने प्रदेश में खाद के संकट को सिरे से खारिज कर दिया था। किसान सभा ने इस बयान को अशिष्ट और किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने वाला बताया है। अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) से जुड़ी मध्य प्रदेश किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण चौहान ने भाजपा पर निशाना साधते हुए उसे असंवेदनशील और दूसरों की पीड़ा पर दिखावा करने वाली पार्टी करार दिया।
चौहान ने आरोप लगाया कि सरकार खाद संकट जैसी गंभीर समस्या के लिए आपातकालीन उपाय करने के बजाय, अपनी अक्षमता को छिपाने के लिए जुमलेबाजी का सहारा ले रही है। उन्होंने कृषि मंत्री को चुनौती देते हुए कहा, अगर आपके दावे के अनुसार खाद उपलब्ध है, तो उसकी जिला-वार जानकारी सार्वजनिक करें। किसान क्यों मारे-मारे घूम रहे हैं और लाइनों में खड़ी महिलाएं बेहोश क्यों हो रही हैं? उन्होंने कहा कि किसानों की यह दुर्दशा पूरे प्रदेश में देखी जा सकती है, भले ही कहीं कम हो या कहीं ज्यादा।
किसान सभा ने प्रदेश भर में चल रहे स्वतः स्फूर्त आंदोलनों के साथ एकजुटता व्यक्त की है और अपनी इकाइयों को कार्यवाही तेज करने का निर्देश दिया है। चौहान ने बताया कि इंदौर में भी तहसील स्तर पर अवैध बेदखली, मालिकाना हक और भूमि अधिग्रहण जैसे मुद्दों को लेकर आंदोलन किए जाएंगे। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 25 सितंबर को भोपाल विधानसभा पर मजदूर, किसान और आदिवासी इन मुद्दों को लेकर एक विशाल प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन सरकार को किसानों की समस्याओं पर ध्यान देने के लिए मजबूर करने का एक बड़ा प्रयास होगा।