वाराणसी । मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ नवीन चंद रामगुलाम एवं नरेंद्र मोदी नें संयुक्त रूप से आज 11 सितम्बर, 2025 को प्रेस वार्ता की और मीडिया को सम्बोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नें कहा कि मेरे लिए गर्व का विषय है कि मुझे अपने संसदीय क्षेत्र में आपका स्वागत करने का अवसर मिल रहा है। चिर काल से काशी भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक रही है।
हमारी संस्कृति और संस्कार, सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुँचे, और वहाँ की जीवन-धारा में रच-बस गए। काशी में माँ गंगा के अविरल प्रवाह की तरह, भारतीय संस्कृति का सतत प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है। और आज,जब हम मॉरीशस के दोस्तों का स्वागत काशी में कर रहे हैं, यह केवल औपचारिक नहीं, बल्कि एक आत्मिक मिलन है। इसलिए मैं गर्व से कहता हूँ कि भारत और मॉरीशस सिर्फ़ पार्टनर्स नहीं, बल्कि एक परिवार हैं।
मॉरीशस, भारत की Neighbourhood First नीति और Vision ‘महासागर’ का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। मार्च में मुझे मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिला। उस समय हमने अपने संबंधों को ‘Enhanced Strategic Partnership’ का दर्जा दिया। आज हमने द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की विस्तृत समीक्षा की। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार साझा किए।
मैं प्रधानमंत्री रामगुलाम जी और मॉरीशस के लोगों को चागोस समझौता संपन्न होने पर हार्दिक बधाई देता हूँ। ये मॉरीशस की संप्रभुता की एक ऐतिहासिक जीत है। भारत ने हमेशा decolonization, और मॉरिशस की संप्रभुता की पूर्ण मान्यता का समर्थन किया है। और इसमें भारत, मॉरीशस के साथ दृढ़ता से साथ खड़ा रहा है।
मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार होना भारत के लिए गर्व की बात है। आज हमने मॉरिशस की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक Special Economic Package पर निर्णय लिया है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करेगा, रोज़गार के नए अवसर पैदा करेगा, और,स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करेगा। भारत के बाहर, पहला जनऔषधि केंद्र अब मॉरीशस में स्थापित हो चुका है। आज हमने निर्णय लिया है कि मॉरिशस में AYUSH Centre of Excellence, 500-बेड का Sir Seewoosagur Ramgoolam नेशनल हॉस्पिटल; और,Veterinary School and Animal Hospital के निर्माण में भारत सहयोग देगा। साथ ही हम चागोस मरीन प्रोटेक्टेड एरिया; SSR इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ATC टावर; तथा हाईवे और रिंग रोड के विस्तार जैसी परियोजनाओं को भी आगे बढ़ायेंगे।
This package is not an assistance. It is an investment in our shared future.
पिछले साल मॉरीशस में UPI और RuPay कार्ड की शुरुआत हुई। अब हम local currency में व्यापार को सक्षम करने की दिशा में काम करेंगे।
उर्जा सुरक्षा हमारी भागीदारी का एक अहम स्तंभ है। भारत, मॉरीशस के energy ट्रांजीशन में सहयोग दे रहा है। मॉरिशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें दी जा रही हैं, जिसमें से 10 पहुंच चुकी हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में संपन्न हुए comprehensive पार्टनरशिप समझौते से इसे और बल मिलेगा। हमने ‘तमारिंड फाल्स’ में 17.5 मेगावॉट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के निर्माण में सहयोग देने का निर्णय लिया है।
Human resource development में हम लंबे समय से सहयोग करते आये हैं। अब तक 5000 से ज़्यादा मॉरीशस के नागरिकों ने भारत में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। मेरी मार्च यात्रा के दौरान 500 सिविल सेवकों को ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया गया था। मुझे बहुत खुशी है कि, इसका पहला बैच इस समय मसूरी में ट्रेनिंग कर रहा है।
आज हमने तय किया कि मॉरीशस में एक नया Directorate of Science and Technology स्थापित किया जायेगा। और, जल्द ही हम मॉरीशस में मिशन कर्मयोगी के ट्रेनिंग मॉड्यूल भी शुरू करेंगे।
भारत के IIT मद्रास तथा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट ने यूनिवर्सिटी ऑफ मॉरीशस के साथ समझौते संपन्न किये हैं। ये समझौते रिसर्च, शिक्षा और इनोवेशन में आपसी साझेदारी को नई पायेदान पर ले जायेंगे।
Free, open, secure, स्थिर, और समृद्ध हिंद महासागर हमारी साझा प्राथमिकता है। इस संदर्भ में मॉरीशस के Exclusive Economic Zone की सुरक्षा और maritime capacity को मजबूत करने के लिए भारत पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मॉरिशस के कोस्ट गार्ड शिप का refitting भारत में किया जा रहा है। उनके 120 ऑफिसर को भारत में ट्रेनिंग भी दी जा रही है। आज हाइड्रोग्राफी के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता संपन्न किया गया है। और,अगले 5 वर्षों तक EEZ का joint survey, navigation चार्ट्स, और hydrographic डेटा में आपसी सहयोग करेंगे।
इस वर्ष हम Sir शिवसागर रामगुलाम की एक सौ पच्चीसवीं जयंती मना रहे हैं। वे केवल मॉरीशस के राष्ट्रपिता ही नहीं, बल्कि भारत और मॉरीशस के बीच अटूट सेतु के संस्थापक भी थे। उनकी यह जयंती, हमें मिलकर, अपने संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की प्रेरणा देती रहेगी।
में फिर एक बार डेलीगेशन का ह्रदय से स्वागत करता हूँ।
काशी की जनता ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन चांदराम गुलाम और नरेंद्र मोदी का पुष्प वर्षा कर अभूतपूर्व स्वागत किया।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत और मॉरीशस के बीच विज्ञान और प्रोद्योगिकी, शिक्षा, ट्रांसपोर्ट, यातायात, उद्योग इत्यादि के क्षेत्र में आपसी समझौते किए गए।