नैनीताल 28 नवंबर(वार्ता) उच्च न्यायालय की निगरानी में देहरादून के राष्ट्रीय दृष्टिबाधितार्थ संस्थान (एनआईवीएच) में कथित यौन उत्पीड़न एवं छेड़छाड़ मामले में समग्र जांच की जाएगी, उच्च न्यायालय ने एनआईवीएच चौकी प्रभारी सुश्री आरती को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उन्हें सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
यह जानकारी न्यायमित्र ललित बेलवाल ने दी। उन्होंने कहा कि बुधवार को मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन एवं न्यायाधीश आलोक सिंह की खंडपीठ में इस मामले पर सुनवाई हुई। कोर्ट में एनआईवीएच चौकी की प्रभारी उप निरीक्षक सुश्री आरती पेश हुई। उन्होंने बताया कि कोर्ट ने जांच अधिकारी को यौन उत्पीड़न के संबंध में समग्र जांच करने को कहा है। साथ ही जांच रिपोर्ट सीधे कोर्ट के समक्ष पेश करने को कहा है।
श्री बेलवाल ने कहा कि जांच अधिकारी को निर्देश दिये गये हैं कि वह छात्रों एवं शिक्षकों से समूह के बजाय अलग-अलग बातचीत के बाद रिपोर्ट तैयार करे। कोर्ट ने जांच रिपोर्ट 17 दिसंबर तक पेश करने को कहा है। मामले में अगली सुनवाई 19 दिसंबर को होगी।
उल्लेखनीय है कि संस्थान में कथित यौन उत्पीड़न के मामले को उच्च न्यायालय ने गंभीरता से लिया था। कोर्ट ने समाचार पत्रों में छपी खबर पर स्वतः संज्ञान लेते हुए अगस्त महीने में एक जनहित याचिका दायर की थी। इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कई निर्देश जारी किये थे। साथ ही यौन उत्पीड़न के आरोपी संगीत शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश संस्थान को दिये थे।
इसके बाद कोर्ट ने उच्च न्यायालय की निगरानी में एक समग्र जांच कराने के निर्देश आज जारी किये हैं।