नई दिल्ली (ईएमएस)। राजस्थान में झीलों के नगरी के नाम से मशहूर उदयपुर का आकाश भी अब भरा-भरा रहने वाला है। यहां का महाराणा प्रताप हवाईअड्डा इस हफ्ते बहुत व्यस्त रहने वाला है। इसकी वजह है एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी और पीरामल समूह के प्रमुख अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल की शादी का जश्न। इस जश्न में शामिल होने वाले मेहमानों को लेकर 200 से अधिक चार्टर विमान उदयपुर पहुंचेंगे। टाटा सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त उपक्रम विस्तारा दिल्ली और मुंबई से कम से कम दस चार्टर उड़ान उदयपुर ले जा रही है। इसके अलावा स्पाइसजेट, जेट एयरवेज और एयर एशिया भी उदयपुर के लिए दस उड़ानें संचालित कर रही हैं। अंबानी और पीरामल परिवार उदयपुर में शादी से पहले जश्न मना रहे हैं। एक विमानन कंपनी के कार्यकारी ने कहा, सर्दी के व्यस्त मौसम में चार्टर उड़ानें संचालित करना सामान्य बात नहीं है। कोई कंपनी तभी चार्टर स्वीकार करती है जब यह बेहद आकर्षक होती है। अन्यथा वह इनकार कर देती है। अंबानी परिवार हर उड़ान के लिए अच्छा पैसा दे रहा है। सभी विमानन कंपनियों ने बुकिंग के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इसके अलावा रिलायंस समूह मेहमानों को लाने के लिए अपने विमानों का भी इस्तेमाल कर रहा है। उद्योग के एक सूत्र ने कहा, रिलायंस के पास अपनी विमान सेवा है। साथ ही कई मेहमान पर्सनल चार्टर से शादी में पहुंचेंगे। रिलायंस के बेड़े में 11 विमान और तीन हेलीकॉप्टर हैं।
भारी संख्या में विमानों की आवाजाही के कारण उदयपुर हवाईअड्डे के अधिकारियों ने डे लाइट वॉच अवधि को शाम चार बजे तक बढ़ाने का फैसला किया है। अमूमन सुबह साढ़े पांच बजे से दोपहर पौने दो बजे तक ही इसकी अनुमति होती है। अलबत्ता इस छोटे से हवाईअड्डे पर पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इसलिए विमानों को नाइट पार्किंग के लिए जयपुर और अहमदाबाद लौटना होगा। उदयपुर हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा, अमूमन इस हवाईअड्डे पर रोजाना 20 उड़ानें संचालित की जा सकती हैं। इस बार विमानों की संख्या बहुत अधिक होगी लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं क्योंकि अधिकांश मेहमान सुबह आएंगे। चार्टर विमान कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि शादी के मौसम में चार्टर उड़ानों की संख्या बढ़ जाती है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसमें कुछ कमी आई है। निजी विमानों के एग्रीगेटर बैरन लक्जरी ऐंड लाइफस्टाइल्स के सचित वाधवा ने कहा, बेतहाशा खर्च वाली शादियों का चलन अब कम हो गया है जिससे शादियों के मौसम में चार्टर कारोबार प्रभावित हुआ है। अंबानी परिवार की शादी एक अपवाद है लेकिन शादियों में अब चार्टर की भारी मांग नहीं रहती है।
विपिन/ईएमएस/ 08 दिसंबर 2018