एनएबीसीबी प्रत्‍यायन ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हासिल की मान्‍यता

नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रमाणन निकायों के लिए राष्ट्रीय प्रत्‍यायन बोर्ड (एनएबीसीबी) ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पेशेगत स्‍वास्‍थ्‍य एवं सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों (ओएचएसएमएस) के प्रत्‍यायन निकायों से जु़ड़े अपने प्रत्‍यायन कार्यक्रम के लिए समतुल्‍यता हासिल कर ली है। भारत के राष्‍ट्रीय प्रत्‍यायन निकाय एनएबीसीबी ने 19 दिसंबर, 2018 को प्रशांत क्षेत्र प्रत्‍यायन सहयोग (पीएसी) की बहुपक्षीय मान्‍यता व्‍यवस्‍था (एमएलए) पर हस्‍ताक्षर किए हैं।
ऐसे किसी भी उद्योग को एशिया-प्रशांत क्षेत्र में मान्‍यता हासिल होगी, जिसके पास एनएबीसीबी लोगो के साथ आईएसओ 45001 प्रमाण पत्र होगा। इस समकक्षता से भारतीय उद्योग जगत तत्‍काल लाभान्वित होगा, जो विभिन्‍न देशों विशेषकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र को विभिन्‍न उत्‍पादों का निर्यात करता है। इसका उपयोग नियामकों द्वारा प्रमाणित इकाइयों (यूनिट) में भरोसा उत्‍पन्‍न करने के लिए किया जा सकता है, जैसा कि गोवा सरकार ने फैक्‍ट्री अधिनियम के तहत वार्षिक ऑडिट के बदले में एनएबीसीबी प्रत्‍यायन के तहत ओएचएसएमएस प्रमाणन को स्‍वीकार करके किया है। अब एनएबीसीबी यह सत्‍यापन करके विश्‍व बाजार में भारतीय वस्‍तुओं के निर्यात को सुविधाजनक बना सकता है कि ये वस्‍तुएं सक्षम प्रमाणन निकायों द्वारा अंतर्राष्‍ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रमाणित की गई हैं। एनएबीसीबी प्रत्‍यायन कार्यक्रम अंतर्राष्‍ट्रीय मानकों, आईएसओ/आईईसी 17021-1 और आईएसओ 45001 पर आधारित है, जो ओएचएसएमएस पर लागू है। पीएसी द्वारा दी जाने वाली मान्‍यता एनएबीसीबी के इस प्रदर्शन पर आधारित है कि यह अंतर्राष्‍ट्रीय मानकों, आईएसओ/आईईसी 17011 के अनुरूप है, इस पर लागू है और इसे इस क्षेत्र में प्रमाणन निकायों के प्रत्‍यायन के लिए ओएचएसएमएस में सक्षमता हासिल है। एनएबीसीबी ने वर्तमान में पेशेगत स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों के लिए 6 प्रमाणन निकायों को प्रत्‍यायित किया है।
संदीप/देवेन्द्र/ईएमएम/21/दिसम्बर/२०१८/