-दर्ज होगी उपस्थिति, खर्च होंगे पांच करोड
भोपाल (ईएमएस)।पेट्रोल-डीजल रोकने अपने वाहनों पर करोडों रुपए खर्च कर एक ( ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) लगा दिया था इसके बावजूद पेट्रोल की चोरी नहीं रुक पाई है। अब नगर निगम प्रशासन फिर एक नया प्रयोग करने जा रही है, जिसके तहत सफाई कर्मचारियों के हाथों में स्मार्ट वॉच पहनाई जाएगी ताकि उनके लोकेशन पता की जा सके। वांच भी करोडों रुपए खर्च कर खरीदी जाएगी, जानकारों का मानना है कि नगर निगम के यह प्रयोग भी जीपीएस सिस्टम की तरह असफल ही रहेगा, क्योंकि वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लगाने के बावूद पेट्रोल-डीजल की चोरी बदस्तूर जारी है। पेट्रोल-डीजल की चोरी मामले में जांच रिपोर्ट आने के बावजूद इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे निगम प्रशासन की गडबडी रोकने मंशा पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। अब राजधानी के चार हजार सफाई कामगार अब स्मार्ट वॉच पहनकर शहर की सड़कों पर सफाई करेंगे। यह स्मार्ट वॉच भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएससीडीसीएल) उपलब्ध कराएगा। इसमें करीब 5 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। स्मार्ट वॉच के माध्यम से फील्ड स्टाफ की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। यह फैसला बुधवार को बीएससीडीसीएल दफ्तर में आयोजित बोर्ड की बैठक में लिया गया।
बैठक में बताया गया कि स्मार्ट वॉच के उपयोग का बड़ा फायदा यह होगा कि कर्मचारियों की वास्तविक लोकेशन सीधे कमांड कंट्रोल सेंटर से आसानी से ट्रैक हो सकेगी। कार्य के दौरान नगर निगम फील्ड स्टॉफ के लिए स्मार्ट वॉच पहनना अनिवार्य होगा। कर्मचारियों को जल्द ही यह स्मार्ट वॉच उपलब्ध कराई जाएगी। स्मार्ट वॉच भारत सरकार के उपक्रम आईटीआई (पीएसयू) से खरीदी जाएंगी। बैठक में स्मार्ट सिटी कंपनी के चेयरमैन व कलेक्टर सुदाम खाडे, कंपनी के ईडी व नगर निगम आयुक्त अविनाश लवानिया, सीईओ संजय कुमार, डायरेक्टर जर्नादन प्रसाद आदि मौजूद थे। बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 चल रहा है। निगम के फील्ड में तैनात सफाई कर्मियों की संख्या 6 हजार से अधिक है। लेकिन अक्सर यह देखने में आता है कि नेताओं द्वारा रखवाए गए 25 दिवसीय कर्मचारियों की सैलरी तो निकल रही है, लेकिन वे काम नहीं करते। इस व्यवस्था से पता चल सकेगा कि वास्तव में कौन सा कर्मचारी कहां काम कर रहा है।
सुदामा/20दिसंबर2-18