ज्वालामुखी । ज्वालामुखी के पूर्व विधायक संजय रतन अब अपने सामाजिक संगठन विकास एंव चेतना मंच के माध्यम से इलाके के लोगों से जुड़ेंगे। विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद आज यहां आयोजित मंच की बैठक के बहाने संजय ने अपने समर्थकों के साथ बैठक कर अपनी ताकत का एहसास कराया। व साफ संदेश दिया कि चुनावी हार के बाद वह आने वाले दिनों में चुप्प नहीं बैठेंगे। व सत्तारूढ़ दल के हर जन विरोधी फैसले का पूरी तरह डटकर विरोध करेंगे।
हालांकि विकास एंव चेतना मंच को सामाजिक संगठन ही कहा जाता है। लेकिन पर्दे के पीछे यही मंच संजय रतन के राजनैतिक मंसूबों को सींचता आया है। यही वजह रही कि अब एक बार फिर मंच को सक्रिय किया जा रहा है। रविवार को देवी तालाब में आयोजित बैठक में भी सामाजिक मसलों पर तो नहीं राजैनैतिक चुनौतियों पर अधिक चरचा हुई। व तय किया गया कि आने वाले 13 जनवरी को मंच लोहड़ी को जोरदार तरीके से मनायेगा। संजय रतन ने विधायक रमेश धवाला को भी आड़े हाथों लिया। व कहा कि धवाला जिस तरीके से सरकारी कर्मचारियों को डराने धमकाने की राजनिति कर रहे हैं। वह गलत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ज्वालामुखी के अस्पताल को बदलने का फैसला जनहित में लिया था। व बस अड्डे की भीड़ से दूर ले जाना कोई गलत फैसला नहीं था। संजय रतन ने कहा कि ज्वालामुखी के लिये उन्होंने करोड़ों रूपये की विकास योजनायें स्वीकृत करवाई हैं। इलाके को तीन सरकार डिग्री कालेज दिलवाये गये। लेकिन इसके बावजूद उन योजनाओं में किसी प्रकार का बदलाव लाने का प्रयास धवाला करेंगे। तो वह चुप्प नही बैठेंगे। उन्होंने कहा कि एक साल के कार्यकाल के दौरान धवाला एक भी पैसा ज्वालामुखी के विकास को लाने में कामयाब नहीं हो पाये हैं। उन्होंने कहा कि धवाला जो आज उद्घाटन कर रहे हैं,उन्हें कांग्रेस राज में ही स्वीकृत करवाया गया है।
विजयेन्दर/राजेश/3.55/ 23 दिसंबर 2018