सूरत । बीजेपी नेताओं ने सूरत के जिला को-ऑपरेटिव बैंक के चेकों पर पार्टी का नारा लिखवाकर एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। बैंक के खाताधारकों को जारी की गई चेकबुक में जब लोगों ने सबका साथ-सबका विकास का नारा देखा तो हैरान रह गए। यह नारा हजारों खाताधारकों को जारी की गई चेकबुक के हर चेक के निचले हिस्से में लिखा गया था। बैंक से जुड़े खाताधारकों और जिले के सहकारी नेताओं ने इस नारे चेकबुक पर छापे जाने को लेकर आपत्ति जताई है और वापस लिए जाने की मांग की है। यही नहीं उन्होंने इस बात की भी चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग को स्वीकार नहीं किया गया तो वह अपने ट्रांजैक्शंस के लिए इन चेक्स का इस्तेमाल नहीं करेंगे। सूत्रों ने कहा कि बैंक के शहर और जिले में 9 लाख से ज्यादा अकाउंट होल्डर्स हैं। बैंक के खाताधारकों में किसान हैं। बैंक में खाताधारकों के कुल फिक्स्ड डिपॉजिट करीब 5,000 करोड़ रुपये के हैं। हाल ही में बैंक के नए मुख्यालय का उद्घाटन सीएम विजय रूपानी ने किया था। इस बैंक की शुरुआत 1909 में क गई थी। देश के 370 और सूरत के 18 को-ऑपरेटिव्स बैंकों में से एक सूरत सहकारी बैंक ने हाल ही में अपना शानदार मुख्यालय स्थापित किया है। सूरत जिला सहकारी बैंक के सदस्य और सूरत जिला पंचायत के निर्दलीय पार्षद दर्शन नाइक ने बताया, गुजरात के सबसे पुराने सहकारी बैंक का मालिकाना हक किसी पार्टी या व्यक्ति के पास नहीं है। बैंक का सीधा संबंध सभी खाताधारकों और सदस्यों से है। बीजेपी के नेता सहकारी बैंक में अहम पदों पर है और असल में वे लोग इसका बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं।
एसएस 12 मई 2019