कोलंबो श्रीलंका में ईस्टर पर लगातार हुअ विस्फोटों की आंच अभी पूरी तरह शांत नहीं हुई और यहां के तटीय शहर चिलॉ में रविवार को एक फेसबुक पोस्ट के बाद दंगे भड़क गए। भीड़ ने एक मस्जिद पर हमला किया और आस-पास की दुकानों को निशाना बनाया। पुलिस ने बताया स्थिति पर नियंत्रण के लिए शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। कैथलिक बहुल इस क्षेत्र में शनिवार से कैथलिक और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव में वृद्धि हुई। इसे ईस्टर संडे के मौके पर गिरिजाघरों और होटलों पर हुए हमलों में 250 लोगों की मौत का परिणाम माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों समुदायों के बीच यहां शनिवार से तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। इस महीने की शुरुआत में नेगोम्बो में मुस्लिम और ईसाइयों के बीच हुई झड़प में कई लोग घायल हो गये। यहीं पर सेंट सेबेस्टियन चर्च भी है जिस पर ईस्टर के दिन हमला हुई था। इस झड़प के बाद कार्डिनल मैल्कम रंजीत ने ईसाइयों और अन्य समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की। इस बीच पुलिस ने हज से लौटे एक इस्लामी धर्म प्रचारक को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘स्थिति को नियंत्रित करने के लिए चिला के इलाके में तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया गया।’ बताया जा रहा है कि फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट काफी शेयर किया जा रहा है। जिसमें एक फेसबुक यूजर ने लिखा है, ‘हमें रूलाना काफी मुश्किल है’ और इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बयानबाजी की गई है। यह पोस्ट स्थानीय भाषा में लिखी गई है। इसके बाद मुस्लिम नाम वाले के एक यूजर ने जवाब में लिखा था, ‘ज्यादा हंसो मत, एक दिन तुम रोने वाले हो।’
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि उन्होंने फेसबुक यूजर को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान 38 साल के हमीद मोहम्मद हसमार के तौर पर हुई है, जो चिलॉ के उस इलाके में रहता है, जहां ईसाई समुदाय के लोगों की संख्या ज्यादा है। इससे नाराज भीड़ ने आरोपी की जमकर पिटाई की। एक स्थानीय मुस्लिम युवक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इसके बाद कुछ लोगों मस्जिद और मुस्लिम युवकों की दुकान पर पथराव भी किया। अब स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हमें रात का डर है। उसने कहा कि एक मस्जिद काफी ज्यादा तोड़ी जा चुकी है। इसके अलावा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है, जिसमें कुछ लोग मुस्लिमों की दुकानों पर पथराव कर रहे हैं। कुछ समुदायों का कहना है कि उन्हें डर है कि सरकार पहले चेतावनी के बाद भी इस्लामिक हमलों के खिलाफ कार्रवाई में विफल रही, ने अभी तक सभी आतंकियों को नहीं पकड़ा है। ज्ञात हो कि तीन हफ्ते पहले, श्रीलंका में चार होटल और 2 चर्चों में हुए ब्लास्ट में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। यह हमला ईस्टर के पर्व पर हुआ था। हमले के बाद से श्रीलंका में तनाव है।