अब ट्रेकमेन्टेनर्स जा सकेंगे मनचाहे विभाग में

जबलपुर, १६ मई भारतीय रेल पर विषम परिस्थितयों में रेल ट्रेक पर जान जोखिम में डालकर कठिन कार्य करने वाले ट्रेकमेन्टेनर्स का वैâडर परिवर्तन करने का रेलवे बोर्ड के नियमानुसार प्रावधान है परंतु ट्रेकमेंटेनर्स की अभी तक रिक्तियाँ होने की वजह से इंजी. विभागाधिकारी ट्रेकमेंटेनर्स को अन्य विभागों यथा यात्रिक, विद्युत, ट्रॉफिक व एसएण्डटी में जाने के लिए भार मुक्त नहीं कर पाते थे। उक्त पीड़ा को एनएफआईआर के कार्यकारी अध्यक्ष व डब्ल्यूसीआरएमएस के अध्यक्ष डॉ. आर.पी. भटनागर ने रेलवे बोर्ड के समक्ष सुझाव दिया था कि अन्य विभागों की १० प्रतिशत रिक्तियों को ट्रेकमेन्टेनस्र में जोड़कर स्वीकृत पदों से १० प्रतिशत ज्यादा ट्रेकमेंटेनर्स की भर्ती करने का प्रावधान किया जाये जिससे भर्ती होने पर १० प्रतिशत ट्रेकमेंटेनर्स को अन्य विभागों में वैâडर परिवर्तन हो सके। डॉ. भटनागर ने यह भी सुझाव दिया था कि वर्तमान में ट्रेकमेंटेनर्स जैसे पद पर भारतीय रेल के साथ-साथ पमरे में बड़ी संख्या में शिक्षित ट्रेकमेंटेनर्स एवं महिला ट्रेकमेंटेनर्स नये कर्मचारियों में शामिल हुये हैं। अबः उन्हें वैâडर चेंज की सुविधा बिना बाधाओं के प्राप्त होना चाहिए जिसमें जीडीसीई व एलडीसीई भी शामिल है। ज्ञातव्य है कि विगत दिनों एक लम्बे संघर्ष के बाद जबलपुर जोन के कोटा, भोपाल एवं जबलपुर मंडल के कर्मचारियों के १८०० रुपये एवं १९०० रुपये ग्रेड पे के कर्मचारियों को जीडीसीई के तहत इसी भावना अनुरूप २७० पदों की अधिसूचना निकलवाई गयी है जिससे शिक्षित वैâडर को विभिन्न विभागों में जाने के अवसर प्राप्त हो सकें। उक्त प्रस्ताव को अंततः रेलवे बोर्ड ने स्वीकार कर लिया। संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने विगत १३ मई २०१९ को अपने पत्रक ई(एनजी)।।/२०१८/आरआर-१/१३ के माध्यम से भारतीय रेल पर आदेश जारी करते हुये यात्रिक, विद्युत, ट्रॉफिक व एसएण्डटी विभागों की १० प्रतिशत रिक्तियों को ट्रेकमेंटेनर्स की रिक्तियों में जोड़ने का आदेश जारी कर दिया है। अतः अब से भारतीय रेल के ट्रेकमेन्टेनर्स विभिन्न विभागों में १० प्रतिशत के रूप में आसानी से अपने विभाग परिवर्तन कर सकेंगे एवं उन्हें अन्य विभाग में भार मुक्त करने हेतु किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आयेगी। संघ के कार्यकारी महामंत्री सतीश कुमार, मंडल अध्यक्ष एस.एन. शुक्ला, मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल, संयुक्त महासचिव एस.के. वर्मा, सविता त्रिपाठी, शेख फरीद, विष्णु देव शाह, राकेश सिंह, सुनील टेक चंदानी, के.के. साहू, एस.आर. बाउरी, एस.के. श्रीवास्तव, अवधेश तिवारी, दीना यादव, जी.पी. िंसह आदि ने कहा कि एनएफआईआर/डब्ल्यूसीआरएमएस के संघर्ष से ट्रेकमेन्टेनर्स को वैâडर परिवर्तन करने की सौगात मिली है।