नई दिल्ली । यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने जम्मू पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर (पीओके) के बिना मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले न लेने से छात्रों को सलाह दी है। पीओके जम्मू कश्मीर का पाकिस्तान के कब्जे वाला क्षेत्र है, इसकारण एडवाइजरी में खासतौर से जम्मू और कश्मीर के छात्रों को चेतावनी दी है। यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने एक परामर्श में कहा, पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। पीओके में स्थित शैक्षणिक संस्थान, विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, तकनीकी संस्थान न तो भारत सरकार द्वारा स्थापित हैं न ही यूजीसी, एआईसीटीई और भारतीय चिकित्सा परिषद जैसी वैधानिक संस्थाओं से मान्यता प्राप्त हैं। उन्होंने कहा, छात्रों को इसकारण सचेत किया जाता है और परामर्श दिया जाता है कि तथाकथित आजाद जम्मू कश्मीर, गिलगिट बाल्टिस्तान, जिन्हें भारत द्वारा अभी मान्यता नहीं दी गई है, समेत पाक के अवैध कब्जे वाले किसी क्षेत्र में कॉलेज, विश्विविद्यालय या तकनीकी संस्थानों में प्रवेश न लें।
उन्होंने कहा, छात्रों को इसकारण सचेत किया जाता है और परामर्श दिया जाता है कि तथाकथित आजाद जम्मू कश्मीर, गिलगिट बाल्टिस्तान, जिन्हें भारत द्वारा अभी मान्यता नहीं दी गई है, सहित पाक के अवैध कब्जे वाले किसी क्षेत्र में कॉलेज, विश्विविद्यालय या तकनीकी संस्थानों में प्रवेश न लें सकें। पाक अधिकृत कश्मीर भारत के राज्य जम्मू कश्मीर का वह इलाका है जिसपर 1947 में पाकिस्तान ने कब्जा कर लिया था। इस दो हिस्सों में विभाजित किया गया था जिन्हें आजाद जम्मू कश्मीर और गिलगिट बाल्टिस्तान कहा जाता है।
रिपोर्ट के अनुसार हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने यूजीसी के निर्देश पर आपत्ति जाहिर है। उन्होंने कहा यूजीसी “शिक्षा”का राजनीतिकरण करता है। इसके साथ ही दुनिया में कहीं भी शिक्षा लेने के लिए छात्रों के मौलिक अधिकार का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कश्मीरी छात्रों को दुनिया के अन्य स्थानों के छात्रों की तरह कहीं भी पढ़ने का पूरा अधिकार है और अपना कॉलेज चुनने का आधिकार है।
आशीष/17 मई 2019