नई दिल्ली । संसद के मानसून सत्र के 16वें दिन सोमवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित ‘वोट चोरी’ मामले को लेकर सदन से सड़क तक विरोध दर्ज कराया। हंगामें के बीच नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा, सदन को इस तरह से बंधक नहीं बनाया जा सकता है।
राज्यसभा में हंगामें के बीच जो कुछ हुआ उसे लेकर सत्र के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष व नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उच्च सदन में विरोध जताया। उन्होंने बिना ऑर्डर में आए बिल पारित करने पर सवाल भी उठाए और इसे बहुत बड़ा धोखा बताया और सदन को नियमों के अनुसार चलाने की मांग की। इसी दौरान विपक्षी सांसदों ने जबरदस्त तरीके से नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच में ही नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष को कड़ी नसीहत दे डाली। नड्डा ने कहा, कि लोकतंत्र की रक्षा जरूरी है, लेकिन इस सदन को बंधक नहीं बनाया जा सकता। हम इसे बंधन में नहीं रख सकते। बीजेपी नेता ने कहा कि बिजनेस एडवाइजरी काउंसिल में बिल पारित कराने पर सहमति बनी थी। उन्होंने कहा, कि विपक्ष पिछले दो साल से मणिपुर मुद्दा उठा रहा है, लेकिन आज जब बिल पास हो रहे हैं तो विरोध कर रहा है।