इन्दौर । वरिष्ठ लेखिका साहित्यकार रंजना फतेपुरकर की पुस्तक ‘मैं अहिल्या हूँ…’ का विमोचन प्रीतमलाल दुआ सभागृह में उज्जैन के वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुआ। कार्यक्रम के अतिथि पत्रकार देवेन्द्र जोशी, विशिष्ट अतिथि युवराज यशवंत राव होल्कर के प्रतिनिधि संदीप दहिसरकर (महेश्वर) थे। संचालन संतोष मिश्रा ने किया। अतिथि स्वागत रणजीत भांड व देवेन्द्र भाई ने किया।
इस मौके पर ‘मैं अहिल्या हूँ…’ पुस्तक की लेखिका रंजना फतेपुरकर ने पुस्तक की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज 275साल बाद भी लोक माता देवी अहिल्या का नाम प्रेरणा पूंज बना हुआ है, जब तक शिव की सत्ता ब्रम्हाण्ड में है। तब तक लोक माता का नाम मंदिरों की घंटियों की तरह आरती की धुनों की तरह नर्मदा की कल-कल की आवाजों की तरह प्रार्थना के स्वर में अहिल्या का नाम मौजूद रहेगा। दीपावली मिलन की शुभकामनाओं के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। अंत में रंजना फतेपुरकर ने आभार माना।