‘शुभ लाभ- आपके घर में’ सविता का मन बदल गया है, क्योंकि उसने श्रेया को अपना लिया है।
वैभव और प्रीति की शादी की तैयारियों के बीच, सविता को प्रीति के गलत इरादों के बारे में पता चल जाता है और उसे एहसास होता है कि उसने श्रेया को पहचनाने में गलती कर दी। इसके बाद सविता, श्रेया के पास जाकर वैभव के लिये उसका हाथ माँगती है और प्यार के इन दो पंछियों को एक साथ ले आती है। खुशकिस्मती से सविता ने सही समय पर श्रेया को पहचान लिया और वह उसे लेकर प्रीति और वैभव को शादी करने से रोकने के लिये जाती है। माँ लक्ष्मी की सीख को ध्यान में रखते हुए सविता आखिरकार सही कदम उठाती है और अपनी गलती स्वीकार करती है। वह अपने बेटे और श्रेया के लिये सबकुछ सही करने के लिये समय से लड़ती है।