:: कलेक्टर-एसपी के काम पर निर्भर है जनता को सुशासन देना ::
:: पुलिस-प्रशासन की ढ़िलाई से प्रभावित होती है सरकार की छवि ::
:: अच्छे कार्य का होता है बेहतर असर ::
:: मुख्यमंत्री चौहान की अध्यक्षता में कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस संपन्न ::
इन्दौर/भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कमिश्नर-कलेक्टर, आईजी-एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ने अब सुशासन के लिए एक निश्चित व्यवस्था का स्वरूप धारण कर लिया है। यह सुशासन का प्रभावी माध्यम बनी है। कॉन्फ्रेंस का निश्चित एजेंडा है, उस पर बिंदुवार चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीजीपी कॉन्फ्रेंस में कई विषयों पर विचार-विमर्श किया है। इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश भी प्राप्त हुए हैं। इन निर्देशों के संबंध में भी वीडियो कॉन्फ्रेंस में चर्चा की जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कलेक्टर, एसपी अपने-अपने स्तर पर सरकार के प्रतिनिधि हैं। जिलों में उन्हीं के काम पर जनता को सुशासन देना निर्भर है। उन्हीं के कार्य से सरकार की विभिन्न योजनाएँ जनता तक पहुँचती हैं। जिला स्तर पर कलेक्टर-एसपी के अच्छे कार्य का बेहतर असर होता है, परंतु जहाँ ढिलाई रहती है उससे सरकार की छवि प्रभावित होती है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संपूर्ण प्रशासनिक अमला पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करें। मुख्यमंत्री चौहान कमिश्नर, कलेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षकों की वीडियो कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। मंत्रालय से इस कांफ्रेंस में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी उपस्थित थे। विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी कॉन्फ्रेंस से वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री चौहान ने सर्वप्रथम कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा और विश्लेषण किया। कमिश्नर कार्यालय से संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा, आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा, डीआईजी ग्रामीण चन्द्रशेखर सोलंकी तथा कलेक्टर कार्यालय से कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया, पुलिस अधीक्षक महेश चंद्र जैन, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी वीसी में शामिल हुए।
:: 1 दिस. को सभी जिलों में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट्स के वर्किंग ट्रायल करें, ऑक्सीजन की गुणवत्ता भी जॉंचें ::
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है। इस लिये सभी जिले कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिये हर संभव प्रयास करें। हर व्यक्ति को मास्क लगाने के लिये प्रेरित करें। इसके लिये रोको-टोको अभियान भी चलाया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिये कि एक दिसम्बर को प्रात: 10 बजे सभी जिलों में क्राइसेस मैनेजमेंट समिति की बैठक कराई जाये एवं तद्पश्चात प्रात: 11 बजे समिति के सदस्यों के साथ ही जिलों में स्थापित किये गये ऑक्सीजन प्लांट की वर्किंग का ट्रायल कराया जाये, जिसमें ऑक्सीन की गुणवत्ता को जांचा जाये।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में इन्दौर ने पुन: नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि अन्य जिले भी इसी तरह व्यापक स्तर पर स्वच्छता को जनअभियान का रूप दें और मध्यप्रदेश को देश में नम्बर वन बनाये।
:: डीएलसीसी की नियमित बैठक ने दिये क्रेडिट लिंकेज में अच्छे परिणाम ::
मुख्यमंत्री चौहान ने इन्दौर द्वारा स्वसहायता समूह के क्रेडिट लिंकेज एवं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के क्रियान्वयन में प्रथम आने पर बधाई दी तथा कलेक्टर मनीष सिंह से उक्त परिणाम हेतु अपनाई गई कार्यनीति साझा करने को कहा। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इन्दौर में नियमित रूप से डीएलसीसी की बैठक आयोजित की जाती है। जिसमें बैंकों को दिये गये लक्ष्यों की समीक्षा की जाती है एवं उन्हें पूरा करने के लिये कार्यनीति भी बनाई जाती है।
:: चिटफंड कंपनियों से इन्दौर के 425 निवेशकों को वापस दिलाए 5.66 करोड़ रू. ::
इन्दौर में चिटफंड कंपनियों से माह अगस्त एवं सितम्बर में कुल 425 निवेशकों को लगभग 5 करोड़ 66 लाख रूपये की राशि वापस कराई गई। मुख्यमंत्री चौहान ने जिले में चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध की गई इस कार्रवाई के लिये प्रशंसा की। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा भू-माफियाओं के विरूद्ध इन्दौर में की गई कार्रवाई की भी प्रशंसा की। इन्दौर में सितम्बर-अक्टूबर माह में अवैध शराब के विरुद्ध की गई कार्यवाही के तहत कुल 4 हजार 840 प्रकरण जिले में दर्ज किए गए। उक्त प्रकरणों में तीन हजार 308 अरोपितयों की गिरफ्तारी भी की गई। राज्य शासन द्वारा 5 जून 2021 से जन भागीदारी आधारित प्राणवायु को समृद्ध बनाने के लिए शुरू किए गए अंकुर अभियान के सबसे ज्यादा पंजीकरण इन्दौर जिले में किए गए।
:: दो माह में इन्दौर में 10971 व्यक्तियों को मिला रोजगार ::
कांफ्रेंस के दौरान बताया गया कि इन्दौर जिला तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार के क्षेत्र में प्रदेश के प्रथम पांच जिलों में शामिल है। माह सितम्बर-अक्टूबर 2021 तक जिले के 10971 व्यक्तियों को रोजगार एवं स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त हुए हैं।
:: इन्दौर ने किया मिलावट खोरी के विरूद्ध सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ::
कॉन्फ्रेंस के दौरान समीक्षा में मुख्यमंत्री को बताया गया कि इन्दौर में मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण करने वाली फैक्ट्रीयों से कुल 22 हजार 310 लीटर की सामग्री जप्त की गई। उक्त तरह की फैक्ट्रीयों के विरूद्ध जिलें में कुल 14 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये, जो प्रदेश के सभी जिलों में सबसे अधिक है। इन्दौर में मिलावटी मसाला फैक्ट्री पर कार्रवाई करते हुये मिलावटी हल्दी एवं अन्य मसाले जिनकी कीमत कुल 35 लाख रूपये है जप्त किये गये। इसी तरह 16 लाख रूपये का मिलावटी घी भी जप्त किया गया एवं डेयरी संचालक के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। इसी तरह इन्दौर में राशन की कालाबाजारी करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई करते हुये कुल 36 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये।
:: इन्दौर में लगे कोविड वैक्सीन के सबसे अधिक डोज ::
इन्दौर में निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 106.3 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन का प्रथम डोज लग चुका है। इसी तरह जिले में 83.6 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जा चुका है। इन्दौर में प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में सबसे अधिक व्यक्तियों का वैक्सीनेशन सम्पन्न कराया जा चुका है।
:: मुख्यमंत्री ने 4 दिस. को प्रस्तावित कार्यक्रम की समीक्षा भी की ::
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांफ्रेंस के दौरान संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा से 4 दिसम्बर को आयोजित होने वाले टंट्या मामा स्मृति कार्यक्रम हेतु की जा रही तैयारियों के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान कलश यात्रा व्यवस्थित रूप से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाये। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने बताया कि अधिक संख्या में लोगों का कार्यक्रम में शामिल होना अपेक्षित है, इसके लिये पार्किंग से लेकर अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित कर ली गई है।